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एल वॉर्ड के ‘कुकर घोटाले’ से हुए कई राज उजागर…एक ही दिन में खरीदे गए छाते, लैपटॉप, वॉकर, चश्में और साड़ियां!… आरटीआई कार्यकर्ता ने की कार्रवाई की मांग

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मनपा के सतर्कता विभाग की सामने आई रिपोर्ट में एल वॉर्ड में कथित प्रेशर कुकर घोटाले का खुलासा हुआ है। इसमें कथित तौर पर अनियमितता बरतने के साथ ही दुरुपयोग भी हुआ है। इसी में यह भी जानकारी सामने आ रही है कि वॉर्ड अधिकारियों ने एक ही तारीख को कई करोड़ रुपए की साड़ियां, छाते, लैपटॉप, वॉकर, चश्मे और जूट बैग खरीदे हैं, जिन्हें लाभार्थियों तक डिलिवर किया गया है। मनपा और पुलिस से शिकायत करनेवाले महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के अध्यक्ष एड. निखिल कांबले की मांग के मुताबिक शिंदे गुट के विधायक दिलीप लांडे, एल वॉर्ड के कार्यकारी अभियंता और अन्य मनपा अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

उल्लेखनीय है कि आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में प्रेशर कुकर खरीद की जांच करने पर कांबले को अनियमितता का पता चला। एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि २८ फरवरी को १.९० करोड़ रुपए की साड़ियां, ३८.३८ लाख रुपए के छाते, २१ लाख रुपए के लैपटॉप, १५.२४ लाख रुपए के चश्मे , १४.२८ लाख रुपए के वॉकर और २१.१८ लाख रुपए के जूट बैग थोक में खरीदे गए, जिससे बोली और खरीद प्रक्रिया को लेकर चिंताएं बढ़ गर्इं। सतर्कता रिपोर्ट में बताया गया है कि ये सामान प्रेशर कुकर के समान ही दो आपूर्तिकर्ताओं से प्राप्त किए गए थे, लेकिन मात्रा या दरों को सुनिश्चित करने वाला कोई दस्तावेज नहीं था। अन्य महत्वपूर्ण खामियां भी इसमें पाई गर्इं, जिनमें डिलिवरी के प्रमाण जैसे तारीख, मुद्रित तस्वीर, लाभार्थी सूची का अभाव और अपूर्ण खरीद आदेश शामिल थे। इसके अतिरिक्त विसंगतियां तब सामने आर्इं जब सतर्कता दल ने पाया कि छतरियां मनपा नियोजन विभाग के आधिकारिक परिपत्र का हिस्सा नहीं थीं। इन प्रक्रियागत खामियों के बावजूद साड़ियों और छतरियों के लिए भुगतान एक ही निविदा के बजाय कई खरीद आदेशों और निविदाओं के माध्यम से संसाधित किया गया, जिससे जवाबदेही के और सवाल खड़े हो गए।
राजनीतिक लाभ के लिए किए वितरित
एड. निखिल कांबले का दावा है कि प्रेशर कुकर के अलावा साड़ियां, छाते, लैपटॉप, वॉकर, चश्मे और जूट बैग आदि सामान भी विधायक लांडे ने चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए वितरित किए थे, ताकि मनपा कल्याण उपक्रम को अपना बताकर पेश किया जा सके। कांबले ने औपचारिक रूप से मनपा आयुक्त और पुलिस से लांडे और अन्य के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उनका तर्क है कि जरूरतमंदों तक इन वस्तुओं को पहुंचाने में मनपा की विफलता इस बात की ओर इशारा करती है कि इन्हें जानबूझकर राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। दूसरी ओर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने उपनगरीय कलेक्टर को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
सार्वजनिक फंड का दुरुपयोग कांबले ने कहा है कि जवाबदेही के लिए यह लड़ाई शुरू किए तीन महीने हो चुके हैं। विधायक लांडे और मनपा अधिकारियों ने राजनीतिक प्रचार के लिए सार्वजनिक फंड का दुरुपयोग किया है, लेकिन सरकार के दबाव में काम कर रही मनपा के सतर्कता विभाग ने अभी तक अपनी रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं की है।

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