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युवाओं की प्रेरणा बनेगी शहीद कर्नल की कॉमिक! … शहीद थॉमस की पत्नी ने किया बुक का विमोचन

दीपक शर्मा / जम्मू
कश्मीर घाटी के कुपवाड़ा जिले में २००८ में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए सेना अधिकारी कर्नल, जोजन थॉमस के जीवन और वीरतापूर्ण कार्य पर एक कॉमिक बुक जारी की गई। कॉमिक बुक का विमोचन शहीद कर्नल थॉमस की पत्नी बीना थॉमस ने कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में अपने बेटे फिलियोमेन की उपस्थिति में किया। बीना थॉमस ने कहा कि इस कॉमिक बुक को प्रकाशित करने का उद्देश्य भविष्य के सैनिकों के लिए कर्नल, जोजन थॉमस के जीवन को उनके कर्तव्यों का निर्वहन करते समय एक मार्गदर्शक प्रकाश और प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत करना है। उन्होंने आगे कहा कि कॉमिक बुक का उद्देश्य हमारे नायकों की कहानियों को स्कूली बच्चों तक पहुंचाना है, ताकि उन्हें इस देश के भावी नागरिकों के रूप में इन नायकों के नक्शेकदम पर चलने के लिए प्रेरित किया जा सके।
कर्नल थॉमस अगस्त २००८ में माछिल सेक्टर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन ४५ की कमान संभाल रहे थे। उस दौरान वे एक आतंकवादी गतिविधि के विशेष इनपुट पर काम कर रहे थे, जिसका उन्होंने नेतृत्व किया था। बीना थॉमस ने कहा कि जोजन ने करीब दो आतंकवादियों को ढेर किया था। इस प्रक्रिया में उन्हें आतंकवादियों की ओर से चलाई गई गोली लगी। इसके बावजूद वे पीछे नहीं हटे और साहसिक कार्य को अंजाम देते हुए तीसरे आतंकवादी को असमंजस में डाल दिया, जो हमारे सैनिकों को उलझा रहा था। आमने-सामने की भीषण गोलीबारी में उन्होंने तीसरे आतंकवादी को भी ढेर कर दिया। हालांकि, गंभीर रूप से घायल होने की वजह से उन्होंने दम तोड़ दिया। कर्नल थॉमस को मरणोपरांत सर्वोच्च वीरता पुरस्कार, `अशोक चक्र’ से सम्मानित किया गया। यह कॉमिक बुक कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में `जमींदार गली’ में `नाज-ए-हिंद’ में रिलीज की गई थी। `नाज-ए-हिंद’ कर्नल जोजन थॉमस और नायक नीरज के सर्वोच्च बलिदान की याद में गली माछिल में बनाया गया एक परिसर है, जहां आतंकवादियों से लड़ते हुए उन्होंने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए और उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया।

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