सामना संवाददाता / जम्मू
मां भारती के वीर सपूत तथा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस पर याद कर श्रद्धांजलि दी गई।
जम्मू के गुरुद्वारा श्री गुरु नानक साहेब, चांद कौर परिसर में `देश भक्त यादगार कमेटी’ द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष कामगार सुखदेव सिंह ने शहीद उधम सिंह की जीवनी पर प्रकाश डाला और युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने की नसीहत दी। वहीं इस मौके पर उपस्थित शेख अब्दुल्ल रहमान (पूर्व सांसद) ने भी अपने विचार रखे, वहीं शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के प्रदेशप्रमुख मनीष साहनी ने शहीद उधम सिंह के बलिदान को याद करते हुए कहा कि 13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड में निहत्थे भारतीयों की मौत का बदला लेने के लिए उधम सिंह लंदन गए, जहां उन्होंने कैक्सटन हॉल में जनरल डायर को गोली मारकर हत्या कर दी।
उधम सिंह ने वहां से भागने की कोशिश नहीं की, बल्कि अपनी गिरफ्तारी दी। उन पर मुकदमा चलाया गया और 31 जुलाई 1940 को फांसी की सजा दी गई थी। इस मौके पर कामरेड निर्मल सिंह, आर के कलसोत्रा, कामरेड प्रीतम सिंह, कामरेड राजिन्द्र कौल, रमेश, तीर्थ सिंह, निर्दोष उप्पल, कुलदीप सिंह, विकास बख्शी समेत तमाम उपस्थित लोगों ने शहीद उद्यम सिंह को याद कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।