सामना संवाददाता / पटना
राजनीति में पार्टी बदल लेना, वादा से मुकर जाना या फिर चिंतन में बदलाव करना आम बात हो गई है। पर पलटने के नाम पर नीतीश कुमार की चर्चा सर्वाधिक होती है। नीतीश कुमार पर अक्सर पलटी मारने का आरोप लगानेवाले लोजपा (आर) के अध्यक्ष चिराग पासवान के वैचारिक पलटी मारने की चर्चा इन दिनों राजनीतिक गलियारों में काफी तेज हो गई है। दरअसल, एससी-एसटी श्रेणियों को सब-वैâटेगरी में रिजर्वेशन वाले मामले में चिराग पासवान ने एक तरह से नकार दिया है। आगामी विधानसभा चुनाव में नफा-नुकसान को देखते हुए चिराग पासवान भी वोट की राजनीति के साथ खड़े नजर आए। चिराग एससी-एसटी आरक्षण में सर्वोच्च न्यायालय के पैâसले का समर्थन नहीं करते हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी (आर) के नेता और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने समृद्ध दलितों से स्वेच्छा से आरक्षण छोड़ देने की अपील की थी, तब चिराग ने कहा कि दलितों के समृद्धशाली तबके को उसी तरह आरक्षण त्याग देना चाहिए।