सामना संवाददाता / बदलापुर
मालवण के राजकोट किले पर बनाई गई छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिर गई, जिसके बाद से सरकार के खिलाफ जनता का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जहां रविवार को बड़े पैमाने पर महाविकास आघाडी ने घाती सरकार के खिलाफ ‘जूता मारो’ आंदोलन किया तो वहीं सोमवार को भी बदलापुर-पूर्व में स्थित छत्रपति शिवाजी जी महाराज की प्रतिमा के पास महाविकास आघाडी के नेताओं ने फिर से यह आंदोलन किया। यह आंदोलन कांग्रेस के शहराध्यक्ष संजय जाधव के नेतृत्व में किया गया। इस आंदोलन में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के साथ-साथ राकांपा (शरदचंद्र पवार) के भी पदाधिकाारी भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बदलापुर-पूर्व के छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर छत्रपति शिवाजी महाराज की अश्वारूढ़ प्रतिमा के पास आंदोलनकारियों ने सरकार का निषेध किया। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोगों ने अपने हाथों में निषेध का बोर्ड लेकर सरकार के विरोध में नारेबाजी की। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के शहरप्रमुख किशोर पाटील ने कहा कि मात्र आठ महीने पहले बनाई गई छत्रपति fिशवाजी महाराज की प्रतिमा का गिरना, आखिर क्या दर्शाता है? आगामी विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र की जनता भी ठीक इसी तरह से ‘घाती’ शिंदे सरकार को गिराकर उसकी जगह दिखाएगी, वहीं राकांपा (शरदचंद्र पवार) पक्ष के शहर अध्यक्ष शैलेष वडनेरे ने कहा कि इस घटना की जवाबदारी स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री को त्यागपत्र दे देना चाहिए। जबकि कांग्रेस के शहर अध्यक्ष संजय जाधव ने कहा कि प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय में बनाई गई कई प्रतिमाएं अभी तक सही-सलामत खड़ी हैं, जबकि मात्र आठ महीने पहले बनाई गई छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई। महाराष्ट्र की जनता शिंदे सरकार को हमेशा के लिए घर बैठा देगी। इस आंदोलन में राकंपा (शरदचंद्र पवार) पक्ष के प्रदेश महासचिव अविनाश देशमुख, कांग्रेस के कामगार नेता दादासाहेब पाटील सहित बड़ी संख्या में शिवसैनिक उपस्थित थे।