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खतरनाक इमारत में बिना बिजली-पानी के रह रहे हैं चिकित्साधिकारी और डॉक्टर!

धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
मनपा द्वारा संचालित शिवडी स्थित टीबी अस्पताल में कार्यरत चिकित्साधिकारी अपना और अपने परिवार का जान जोखिम में डाल खतरनाक हो चुकी ५० साल पुरानी चार मंजिली दो इमारतों में रहने के लिए बाध्य हैं। हद तो यह हो गई है कि ये चिकित्साधिकारी और डॉक्टर पिछले तीन दिनों से इन इमारतों में बिना बिजली और पानी के रह रहे हैं। इस संदर्भ में शिकायत करने के बावजूद मनपा सुन ही नहीं रही है। उल्लेखनीय है कि शिवड़ी स्थित टीबी अस्पताल में इस समय ८०० से ९०० मरीज का इलाज शुरू है। इनमें कोरोना से भी खतरनाक एमडीआर और एसडीआर पीड़ित मरीजों का समावेश है। इन सभी का इलाज करनेवाले छह चीफ मेडिकल ऑफिसर समेत करीब ४० से ५० चिकित्साधिकारी और डॉक्टर पास ही स्थित चार मंजिली दो खतरनाक इमारत में अपने परिवार के साथ जान जोखिम में डालकर रहने के लिए मजबूर हैं। आश्चर्यजनक यह है कि कई दिनों से बारिश शुरू है। बारिश का यह पानी बिल्डिंग की दीवारों से रिसते हुए जमीन तक पहुंच रहा है। इसी के कारण शॉर्ट-सर्किट हुआ और तीन दिनों से इस इमारत में बिजली और पानी ही नहीं है। बिजली और पानी न होने से बच्चे भी स्कूल नहीं जा सके हैं। डॉक्टर का आरोप है कि मनपा प्रशासन उनके इस कठिन घड़ी में साथ नहीं दे रहा है। प्रशासन से स्थानांतरण की बात करने पर वह टालमटोल कर रहा है।
सर्वेंट क्वाटर की इमारत भी हो चुकी है जर्जर
बताया गया है कि अस्पताल परिसर में ४०-५० साल पहले बनी तीन इमारतों में सर्वेंट क्वार्टर है। इन इमारतों की भी यही गाथा है, इनमें भी ७० से ८० कर्मचारियों के परिवार जान जोखिम में डालकर रहने के लिए मजबूर हैं।
…तो मनपा प्रशासन होगा जिम्मेदार
मुंबई म्युनिसिपल कामगार संघ के विभागीय सचिव रुपेश जाधव ने कहा कि इन इमारतों का १० साल पहले मरम्मत कार्य हो चुका है। उसके बाद मनपा प्रशासन की तरफ से ध्यान नहीं दिए जाने से फिर से ये जर्जर हो चुकी हैं। इसे लेकर मार्च महीने से ही मांग की जा रही था कि मानसून आने से पहले ही रिसाव को रोकने के लिए मनपा उपाय करे, लेकिन इसे पूरी तरह से दरकिनार किया गया। इसमें से कई चिकित्सक तो आवास खाली करके चले गए। लेकिन अभी भी १५ डॉक्टर जान खतरे में डालकर परिवार के साथ रहने को मजबूर हैं। ऐसी स्थिति में यदि कोई बड़ा हादसा होता है, तो इसके लिए मनपा प्रशासन ही पूरी तरह से जिम्मेदार होगा।

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