– मुलुंड की जनता ने शुरू किया विरोध
सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले लगभग तीन वर्षों से मनपा में नगरसेवक नहीं होने से मनपा के अधिकारियों की जमकर मनमानी चल रही है। किसी भी तरह की योजना को लाकर मनपा के खजाने से लूट शुरू है। मनपा की जमीनों को विभिन्न कारण दिखाकर शिंदेमित्र बिल्डर की झोली में डाला जा रहा है। ऐसा आरोप लगातार लगने के बाद भी राज्य की ईडी सरकार और मनपा के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। हाल ही में मनपा द्वारा मुलुंड के नाहुर गांव में गार्डन व पार्क के लिए आरक्षित ६.५ एकड़ भूमि का आरक्षण बदलने का प्रस्ताव लाया है। इस प्रस्ताव को लेकर मुलुंडवासियों ने विरोध जताया है। मुलुंडवासियों का कहना है कि ईडी सरकार का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है जो वह रहिवासी इलाकों में इस तरह का प्रस्ताव ला रही है।
पर्यवरण बचाव के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता ज़ोरू भथेना ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि यह ६.५ एकड़ का भूखंड नाहुर में एलबीएस मार्ग से लगा हुआ फोर्टिस अस्पताल के पास है। मनपा के नोटिस के अनुसार यहां गार्डन की जगह अब बर्ड पार्क (पक्षी संग्रहालय) बनाने की योजना है। अगले २० दिनों में इसका आरक्षण बदल दिया जाएगा। लेकिन उसके बाद इस जमीन पर क्या बनेगा और किसकी झोली में जाएगा यह हमें बताने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि यहां पहले से खुली जगह नहीं है। बच्चों को खेलने, बुजर्गों को टहलने और मनोरंजन के लिए कोई गार्डन नहीं है। ऐसे में यहां भूखंड का आरक्षण बदलकर मनपा किसे फायदा पहुंचना चाहती है। क्षेत्रीय निवासी सुमित यादव ने बताया कि हमें तो पता भी नहीं चला कि कब नोटिस जारी हुई। यदि सामाजिक संगठन के लोगों ने इस मद्दे को नहीं उठाया होता तो निश्चित ही हमे पता भी नहीं चलता। उन्होंने कहा कि हमारा इस भूखंड के आरक्षण में बदलाव का विरोध है।
एनजीओ ‘वनशक्ति’ के प्रमुख स्टालिन डी ने कहा कि इन दिनों मनपा कुछ भी कर सकती है। उसे रोकने के लिए कोई नहीं है। पूर्वी उपनगर में शॉपिंग मॉल के अलावा कोई मनोरंजन की जगह नहीं है। ऐसे में गार्डन का आरक्षण नहीं हटाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यह भूमि एक गार्डन के लिए आरक्षित है। शहर को और अधिक खुली जगहों की आवश्यकता है। इससे न केवल हरियाली बनी रहेगी, बल्कि लोगों को एक साथ आने, सांस्कृतिक गतिविधियों का आनंद लेने और बहुत कुछ एक्टिविटी करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा अन्य कई लोग भी आश्चर्यचकित हैं, क्योंकि शहर में पहले से ही भयखला में एक चिड़ियाघर है जिसे सुंदर बनाया गया है और आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए और अधिक जानवरों को जोड़ा गया है। फिर यहां जू की योजना समझ से परे है। मनपा के मुख्य अभियंता (विकास योजना) ने यह नोटिस जारी किया है। इस बारे में संबंधित विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि पक्षी संग्रहालय बनाने के लिए हमपर दबाव है। पूर्वीय उपनगर में यह जगह हमने बदलकर पक्षी संग्रहालय बनाने की योजना बनाई। मुलुंड के नाहुर में भूखंड आरक्षण में प्रस्तावित में बदलाव को लेकर लोगों से सुझाव और आपत्तियां जल्द देने की अपील की गई हैं।