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मेट्रो-३ के बैरिकेड बने आफत! …मुंबईकरों को हो रही परेशानी 

शहर में फैला है १० किलोमीटर बैरिकेड्स का जाल
सामना संवाददाता / मुंबई
मेट्रो-३ दक्षिण में नेवी नगर से उत्तर में आरे डिपो तक करीब ३३.५ किलोमीटर लंबा है। इसका निर्माण नवंबर २०१७ में शुरू हुआ था। मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने काम को सुविधाजनक बनाने के लिए बैरिकेड्स लगाकर कई स्थानों पर सड़कें बंद कर दी हैं, जिससे अगल-बगल के कई लोगों के व्यवसाय प्रभावित हुए हैं, साथ ही शहर में ट्रैफिकजाम में भी वृद्धि हो रही है।
हटाए गए १८.१ किलोमीटर बैरिकेड्स
एमएमआरसी के अनुसार, मेट्रो-३ कॉरिडोर के साथ कुल २८.८८५ किलोमीटर में से १८.१२३ किलोमीटर को बैरिकेड्स से मुक्त कर दिया गया है। लेकिन बने हुए बैरिकेड्स का जाल शहरवासियों के लिए आफत बन गया है। शहर के विभिन्न हिस्सों में अभी भी १०.१ किलोमीटर बैरिकेड लगे हुए हैं, जिससे यातायात में बाधा उत्पन्न हो रही है और यात्री भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं। मुंबई मेट्रो ३ परियोजना २८.८ किलोमीटर लंबी है। इसे पूरा करने के लिए शहर में व्यापक पैमाने पर बैरिकेड्स लगाए गए थे। इनमें से १८.१ किलोमीटर बैरिकेड हटा दिए गए हैं, लेकिन शेष १०.१ किलोमीटर के बैरिकेड्स अब भी यातायात को बाधित कर रहे हैं। इसके चलते सड़कें तंग हो गई हैं और लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में घंटों का समय लग रहा है।
कई व्यापारियों के व्यवसाय प्रभावित 
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बैरिकेड्स के कारण उन्हें अपने दैनिक कार्यों में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। कई इलाकों में जाम के कारण बसें और ऑटो रिक्शा समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे यात्री समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाते हैं। व्यापारियों का कहना है कि बैरिकेड्स के कारण उनके व्यवसाय भी प्रभावित हुए हैं, क्योंकि ग्राहक आसानी से उनकी दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
सड़क हादसों में वृद्धि 
बांद्रा, अंधेरी, और कुर्ला जैसे प्रमुख क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम की स्थिति अत्यंत गंभीर है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बैरिकेड्स लगाने के बाद से दुर्घटनाओं की संख्या में भी वृद्धि हुई है, क्योंकि तंग सड़कों पर गाड़ियां आसानी से नियंत्रित नहीं हो पातीं। इसके अलावा, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं को भी इन बैरिकेड्स के कारण समय पर घटनास्थल पर पहुंचने में कठिनाई होती है। शहरवासियों की मांग है कि मेट्रो-३ परियोजना के निर्माण कार्य को तेज गति से पूरा किया जाए और बैरिकेड्स को जल्द से जल्द हटाया जाए, ताकि शहर की यातायात व्यवस्था सामान्य हो सके और लोग राहत की सांस ले सकें।

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