-अभी तक नहीं मिला सीएमआरएस प्रमाण पत्र
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) के द्वारा बहुप्रतीक्षित मेट्रो लाइन ३ के पहले चरण के संचालन में देरी होने की संभावना बढ़ती जा रही है। आरे कॉलोनी-जोगेश्वरी-विक्रोली लिंक रोड से बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्टेशन तक पैâले इस चरण का संचालन तब तक शुरू नहीं हो सकता, जब तक मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त से आवश्यक प्रमाणपत्र प्राप्त नहीं हो जाता।
एमएमआरसीएल की प्रबंध निदेशक अश्विनी भिडे ने बताया कि कंपनी संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है, लेकिन सीएमआरएस से प्रमाणपत्र मिलने के बाद ही संचालन की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि हमने सीएमआरएस से रोलिंग स्टॉक के प्रमाणन के लिए आवेदन किया है, और इसके बाद आरे-जोगेश्वरी लिंक रोड से बीकेसी स्टेशन तक के लिए आवेदन करेंगे। दोनों अनुमतियों के बाद ही संचालन संभव होगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या यह संचालन ३० सितंबर तक शुरू हो सकता है, तो उन्होंने कहा कि हम प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह पूरी तरह से प्रमाण पत्रों पर निर्भर है।
इसके अतिरिक्त, परियोजना की लागत में भी भारी बढ़ोतरी हुई है। ३७,२७६ करोड़ रुपए की कुल लागत वाली इस परियोजना का ५७.०९ फीसदी हिस्सा जापानी इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी से ऋण के रूप में है। जबकि ८४ बिलियन जापानी येन (लगभग ४६५७ करोड़ रुपए) की पांचवीं और अंतिम किश्त का समझौता हाल ही में हुआ है, वित्तीय पहलू तो पूरा हो गया है लेकिन संचालन में देरी से यात्रियों को फायदा मिलने में और भी विलंब हो सकता है। समय पर प्रमाणन न मिलने के कारण मेट्रो ३ का संचालन अटकलों में घिरा हुआ है। यह देरी नागरिकों की उम्मीदों पर पानी फेर सकती है, जो पहले से ही इस परियोजना का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।