वाराणसी। वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग मामले पर कमेंट करना असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एमआइएम के प्रवक्ता और नेता दानिश कुरैशी को महंगा पड़ गया। AIMIM नेता दानिश कुरैशी को अमदाबाद की साइबर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि दानिश कुरैशी ने शिवलिंग को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट लिखी थी। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। गौरतलब है कि मुस्लिम पक्ष ने शिवलिंग मिलने के दावे को नकारा है। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वह शिवलिंग नहीं, बल्कि फव्वारा है, जो लगभग हर मस्जिद में लगा होता है।
कुरैशी ने अपने कथित तौर पर विवादित पोस्ट के साथ ही हिंदी में लिखा था कि “उनका इरादा किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं है, बल्कि इस मुद्दे पर सिर्फ ज्ञान हासिल करना है।” यह कोई अलग ट्वीट नहीं है, क्योंकि जब से विवादित धार्मिक स्थल के सर्वे का फैसला आया है तब से राजनीतिक विश्लेषक लगातार पोस्ट डाल रहे हैं।
उधर, दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज के एक सहायक प्रोफेसर के खिलाफ सोशल मीडिया पर ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट करने के लिए मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बुधवार को कहा कि प्रोफेसर रतन लाल ने मंगलवार को कथित तौर पर ढांचे की एक तस्वीर पोस्ट की और आपत्तिजनक टिप्पणी की। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 295-ए (दुर्भावनापूर्ण कृत्य, धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि उनके खिलाफ मंगलवार देर रात साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।