३० प्रतिशत से अधिक हुई कमीशन दर
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य की लुटेरी सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी हैं। राज्य में कमीशन की दर ३० प्रतिशत से अधिक हो गई है। सरकार में सभी की पहचान कमीशन आधारित सरकार के रूप में हो गई है। राष्ट्राध्यक्षों से लेकर सभी मंत्रियों ने दलालों की फौज खड़ी कर ली है। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने गंभीर आरोप लगाया है कि दलालों को हर फार्म पर अलग-अलग कमरे दिए गए हैं और उन कमरों में भ्रष्टाचार हो रहा है।
चाय पार्टी का बहिष्कार
राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र गुरुवार से शुरू हो रहा है। इसी पृष्ठभूमि में कल महाविकास आघाड़ी नेताओं की बैठक हुई। इस दौरान विजय वडेट्टीवार ने सरकार पर हमला बोला। इस बैठक में सरकार की चाय पार्टी का बहिष्कार करने का पैâसला लिया गया। इस मौके पर वडेट्टीवार ने कहा कि यह १४वीं विधानसभा का आखिरी सत्र है और इस सरकार ने सिर्फ राज्य को बर्बाद करने का काम किया है। २ साल पहले बीजेपी ने लोकतंत्र का गला घोंटा और अवैध तरीके से सरकार बनाई। जनता ने तानाशाह बनने की कोशिश करने वालों को जगह दिखाई। उन्होंने कहा कि राज्य में बिना जनसमर्थन की सरकार है और जनता ने लोकसभा में बीजेपी को जोरदार जवाब दिया है.
किसानों के साथ विश्वासघात
सरकार किसानों के मुद्दे पर सिर्फ बात कर रही है। सरकार ने किसानों को धोखा देने का काम किया है। सरकार को नहीं पता कि जीएसटी कहां लागू करना है। किसानों के औजारों और खाद पर जीएसटी लगा दिया गया है। किसानों को बर्बाद करने वाली सरकार ने कृषि उपज के दाम की गारंटी नहीं दी। गुजरात से सफेद प्याज को निर्यात की अनुमति है, तो महाराष्ट्र के किसानों को क्यों नहीं?
केंद्र सरकार महाराष्ट्र के किसानों के खिलाफ है। सरकार खाद विक्रेताओं से किश्त लेती है, बीज नहीं मिलने पर किसान कतार में खड़े रहते हैं। वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा लिए गए सभी पैâसले प्याज किसानों के खिलाफ हैं और मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने भी किसानों को धोखा दिया है।
-विजय वडेट्टीवार, विपक्ष के नेता