मुख्यपृष्ठसमाचारशॉर्ट-सर्किट से मोबाइल में धमाका... चार बच्चों की झुलस कर मौत

शॉर्ट-सर्किट से मोबाइल में धमाका… चार बच्चों की झुलस कर मौत

– बचाने में जले माता-पिता, हालत गंभीर,

-तड़पती मां बोली- पहले मेरे बच्चों का इलाज करो!

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

मेरठ में मोदीपुरम की जनता कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहे मजदूर के घर में शॉर्ट-सर्किट से मोबाइल में धमाका हुआ और कमरे में आग लग गई। आग लगने से चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि बच्चों के माता-पिता अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बबीता और जॉनी ने बच्चों को आग की लपटों से घिरा देखा तो उन्हें बचाने के लिए जान पर खेल गए। बच्चों को बचाने में वे खुद भी गंभीर रूप से झुलस गए। परिवार के चारों बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मचा है और कॉलोनी में भी मातम पसर गया है। स्थानीय लोग बताते हैं कि जरा सी लापरवाही इतने बड़े हादसे का कारण बना। एक्सटेंशन बोर्ड बेड पर ही रखा हुआ था, बच्चे मोबाइल चार्ज करने के लिए लगा रहे थे, तभी शॉर्ट-सर्किट होने से चिंगारी उठी और कपड़ों ने आग पकड़ ली।
अस्पताल में पुलिस ने चारों बच्चों सारिका, निहारिका, गोलू और कल्लू को मोदीपुरम के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के दौरान बच्चों की चीख हर किसी के दिल को पिघला रही थी। रोते, बिलखते बच्चों की आवाज सुनकर मां बबीता से भी नहीं रहा गया। बबीता उपचार कर रहे चिकित्सक से बोली, पहले मेरे बच्चों का इलाज करो, उन्हें दर्द से छुटकारा दिलाओ। यह कहते हुए झुलसी हालत में बेबस बबीता रोने लगी।
मोबाइल से बच्चों को रखें दूर
मोबाइल आज के तकनीकी युग में लोगों के लिए काफी उपयोगी है, लेकिन इसके नुकसान भी है। माता-पिता आज छोटे बच्चों को मोबाइल का आदी बना रहे हैं। बच्चे से बात करने के बजाए उसे मोबाइल में गेम या फनी वीडियो लगाकर दे देते हैं। बच्चा मोबाइल में क्या कर रहा है, ये देखना भी उचित नहीं समझते। गेम के जरिए पैसे हारने के कई मामले सामने आ चुके हैं। शनिवार को हुई घटना भी झकझोर देने वाली है। यदि जॉनी और बबीता बच्चों से मोबाइल दूर रखते तो यह हादसा नहीं होता।

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