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‘मोदी गो बैक’… पुणे नहीं मणिपुर जाओ! …प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुणे दौरे में लगे विरोध के नारे

• सामाजिक संगठनों और आघाड़ी नेताओं ने किया दौरे का विरोध
सामना संवाददाता / पुणे
विभिन्न सामाजिक संगठनों और महाविकास आघाड़ी नेताओं ने ‘मोदी गो बैक’… पुणे नहीं, मणिपुर जाओ, जैसे नारों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुणे दौरे का विरोध किया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल पुणे आए थे, उनके इस दौरे का महाविकास आघाड़ी ने कड़ा विरोध किया। महाविकास आघाड़ी ने मंडई इलाके में विरोध प्रदर्शन किया। इस समय पुलिस ने कांग्रेस विधायक रवींद्र धांगेकर समेत कुछ नेताओं को हिरासत में ले लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री से पूछा कि जब मणिपुर जल रहा है तो वह सम्मान और पुरस्कार वैâसे स्वीकार कर रहे हैं। कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने घोषणा की थी कि वे प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन करेंगे, जिसके बाद पुलिस ने दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं को नोटिस जारी किया है।
पुणे में हुए इस कार्यक्रम में शहर के विधायक रवींद्र धांगेकर को आमंत्रित नहीं किया गया था। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हो सकता है कि तिलक परिवार को गलती से भुला दिया गया हो लेकिन उस परिवार के प्रति उनका सम्मान कभी कम नहीं होगा। लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया जाएगा। इस कार्यक्रम में संयोजक के तौर पर शरद पवार भी शामिल हुए थे। इस बारे में पूछे जाने पर धांगेकर ने कहा, ‘लोकमान्य तिलक कांग्रेस के थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में बहुत योगदान दिया। शरद पवार ने सोचा होगा कि आज हम मोदी का अभिनंदन करेंगे तो मोदी के दिमाग में लोकतंत्र घुस जाएगा। पवार मोदी पर प्रयोग कर रहे होंगे। इस प्रयोग को सफल होने दें और मोदी को लोकतंत्र अपनाने दें।
८ अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव
संसद में लाए गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर ८ अगस्त से चर्चा शुरू होगी। ९ और १० अगस्त को भी इस पर चर्चा होगी। इसके बाद १० अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी इस पर जवाब देंगे। विपक्ष मणिपुर में ३ मई से जारी हिंसा के लिए पीएम मोदी की जवाबदेही तय करने और इस हिंसा पर बहस करने की मांग कर रहा है। विपक्ष चाहता है कि पीएम मोदी संसद में इस पर जवाब दें। यही वजह है कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की तरफ से कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था।

‘मणिपुर छोड़ हर जगह जाते हैं प्रधानमंत्री!’-संजय राऊत
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल पुणे आए थे। उनके पुणे दौरे की शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता और सांसद संजय राऊत ने कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर को छोड़कर हर जगह जाते हैं। हमें लगता है कि प्रधानमंत्री को मणिपुर जाना चाहिए, लेकिन वह पुणे आ गए।’ इस पुरस्कार समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के साथ एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी शामिल हुए। इस बारे में पूछे जाने पर राऊत ने कहा, ‘यह बहस का विषय है कि शरद पवार को ऐसे कार्यक्रमों में जाना चाहिए या नहीं। प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह भ्रष्टाचार खत्म करेंगे और भ्रष्टाचारियों के साथ नहीं बैठेंगे। भोपाल में भाजपा के एक कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर ७०-८० हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इस भाषण के बाद एनसीपी में कुछ लोग अपनी पार्टी के साथ चले गए, तो भ्रष्टाचार के खिलाफ आपका नारा कहां गया? आज वो सभी नेता आपके साथ मंच पर हैं या आपके सामने बैठे हैं। इसका मतलब है कि आप लोगों को डराकर अपने पक्ष में कर लेते हैं और आपके सारे आरोप झूठे हैं। आपने कहा था कि आप भ्रष्ट लोगों के साथ नहीं बैठेंगे, अब आप घोषणा करते हैं कि वे भ्रष्ट लोग नहीं हैं।

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