-चाइल्ड पॉवर्टी को लेकर यूनिसेफ ने जारी की रिपोर्ट
-पाकिस्तान से भी बदतर हैं हिंदुस्थान के हालात
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
विकास के तमाम दावों के बीच मोदी सरकार की नींद उड़ा देने वाली एक रिपोर्ट सामने आई है। हिंदुस्थान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत की गरीबी पर चाहे जितनी भाषणबाजी कर लें, लेकिन जमीनी हकीकत उनके भाषणों से कोसों दूर है। चाइल्ड पॉवर्टी को लेकर यूनिसेफ की एक चौंकानेवाली रिपोर्ट मोदी के उन्हीं दावों को झूठा साबित कर रही है जो उन्होंने गरीबी को लेकर किए हैं। इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि भूखमरी को लेकर भारत की स्थिति बेहद खराब है। यहां बच्चों को उचित आहार नहीं मिल पाता। आश्चर्य की बात तो यह है कि पाकिस्तान की स्थिति हिंदुस्थान से बेहतर है। रिपोर्ट बताती है कि दुनिया का हर चौथा बच्चा भुखमरी का शिकार है और अच्छे आहार के लिए संघर्ष कर रहा है। १८१ मिलियन बच्चों में ६५ फीसदी गंभीर भुखमरी में जीने को मजबूर हैं। जहां भारत के हालात बेहद बूरे हैं। देश के पीएम मोदी चाहे जितने भी झूठे दावे कर लें लेकिन हकीकत में तो भारत का बच्चा आज भी भूख से बिलख रहा है।
रिपोर्ट की मानें तो दुनिया का हर चौथा बच्चा भुखमरी का शिकार है और अच्छे आहार के लिए संघर्ष कर रहा है। १८१ मिलियन बच्चों में ६५ फीसदी गंभीर भुखमरी में जीने को मजबूर हैं। यूनिसेफ के आंकड़े बताते हैं कि विश्व स्तर पर ४ में से १ बच्चा गंभीर श्रेणी में आता है और वह बहुत खराब आहार पर जीवन जी रहा है। यूनिसेफ ने `चाइल्ड न्यूट्रीशन रिपोर्ट २०२४’ में ९२ देशों पर रिसर्च किया। ये निष्कर्ष यूनिसेफ की वैश्विक `बाल पोषण रिपोर्ट २०२४’ का हिस्सा है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, ९२ देशों में गंभीर बाल खाद्य गरीबी में रहने वाले बच्चों का प्रतिशत बेलारूस में १ फीसदी से लेकर सोमालिया में ६३ फीसदी तक है, जबकि भारत में यह प्रतिशत ४० फीसदी है, जिसे `उच्च’ श्रेणी में रखा गया है।
भारत की स्थिति?
रिपोर्ट के अनुसार, गंभीर बाल खाद्य गरीबी में रहने वाले बच्चों का प्रतिशत बेलारूस में १ फीसदी से लेकर सोमालिया में ६३ फीसदी तक है। सोमालिया के बाद गिनी (५४ फीसदी), गिनी-बिसाऊ (५३ फीसदी), अफगानिस्तान (४९ फीसदी), सिएरा लियोन (४७ फीसदी), इथियोपिया (४६ फीसदी) और लाइबेरिया (४३फीसदी) में सबसे बुरे हालात हैं। भारत में चाइल्ड पॉवर्टी का आंकड़ा ४० फीसदी है जो बहुत गंभीर श्रेणी में आता है। भारत से बेहतर स्थिति पाकिस्तान की है, यहां ३८ फीसदी बच्चे भुखमरी का शिकार हैं। रिपोर्ट से पता चला है कि भारत उन २० देशों में से एक है, जहां बच्चों को जरूरी पोषक आहार नहीं मिल पा रहा है। भारत के साथ इस श्रेणी में अफगानिस्तान और पाकिस्तान भी शामिल हैं।