सामना संवाददाता / मुंबई
सत्ता का दुरुपयोग प्रधानमंत्री मोदी की विशेषता है। लोकतंत्र में दिया गया मत उन्हें सहन नहीं होता है, उनका यह कदम तानाशाही की ओर है। शिरूर में एक सार्वजनिक सभा में बोलते हुए एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण है।
शरद पवार ने कहा कि नरेंद्र मोदी किसी समाज के प्रधानमंत्री नहीं हैं, बल्कि वे देश के प्रधानमंत्री हैं इसलिए वे एक खास समुदाय के बारे में बयान देकर भ्रांतियां फैला रहे हैं, इसलिए यह देश की एकता और अखंडता के लिए खतरनाक है। पवार ने कहा कि मैं और उद्धव ठाकरे कभी भी ऐसी विचारधारा के साथ नहीं जाएंगे जो देश के हित में नहीं है, जो लोकतंत्र में विश्वास नहीं करता है उसे हम सत्ता से हटाकर दम लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू की विचारधारा एकता और देश को एकजुट रखने की थी। इसी सोच के साथ हम आगे बढ़ते हैं। हालांकि, कुछ सार्वजनिक सभाओं में मोदी के भाषणों के कारण समाज में गलत फहमियां फैल रही हैं, इसलिए उनके साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता। लोकसभा चुनाव के तीन चरण पूरे हो चुके हैं। इसे लेकर तरह-तरह की भविष्यवाणियां की जा रही हैं इसलिए मोदी निराशा में अनाप-शनाप बयान दे रहे है।
सत्ता का दुरुपयोग मोदी की विशेषता है
पवार ने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग मोदी कीr विशेषता है। मुझे खुशी है कि अरविंद केजरीवाल को कोर्ट ने जमानत दे दी है, अनिल देशमुख, संजय राऊत जेल भेजे गए, पत्रकारों को जेल भेजा गया? गृहमंत्री को जेल में डाला गया? शरद पवार ने कहा है कि मोदी का यह कार्यभार देश को तानाशाही की ओर ले जा रहा है।
शरद पवार ने कहा कि अंग्रेजों को भगाने के लिए करोड़ों लोग एक साथ आए और लोगों ने अंग्रेजों को भगा दिया तो फिर मोदी क्या चीज हैं, राहुल गांधी के दौरे पर गर्व होना चाहिए, लेकिन मोदी उन्हें शहजादे कहते हैं। उनकी नीति की आलोचना करें, उनके भाषण की आलोचना करें, लेकिन व्यक्तिगत रूप से उनकी आलोचना क्यों करते हैं? उनके पिता ने देश के लिए अपनी जान दे दी, इंदिरा गांधी ने देश के लिए योगदान दिया। शरद पवार ने यह भी कहा कि स्वतंत्रता के लिए नेहरू जेल में बंद थे। मोदी उनकी भी आलोचना करते हैं। पवार ने यह भी कहा कि मैंने मुस्लिम समुदाय के बारे में मोदी का बयान सुना। अगर हमें इस देश को एकजुट रखना है तो हमें सबके सहयोग से देश को आगे ले जाना होगा। यदि किसी समाज के बारे में हमारी राय अलग-अलग होगी तो देश की एकता नहीं रहेगी। मोदी के हालिया बयान समाज में दरार पैदा कर रहे हैं। शरद पवार ने यह भी कहा कि मैं और हमारे सहयोगी वहां नहीं रहेंगे, जहां समाज में दरार पैदा किया जा रहा हो।