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मोदी को पोल खुलने का डर इसलिए रद्द की मेरी सांसदी … अडानी की बोगस कंपनियों में २० हजार करोड़ किसके?

सामना संवाददाता / मुंबई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के बीच घनिष्ठ संबंध है। अडानी की सेल (बोगस) कंपनियों में २० हजार करोड़ रुपए का निवेश किसने किया है? यह पैसा किसका है? और यह कहां से आया है? ऐसे प्रश्नों की झड़ी लगाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कल मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा को डर है कि उनका पर्दाफाश हो जाएगा इसलिए उन्होंने मेरी संसद की सदस्यता को रद्द किया है। लेकिन यदि उन्होंने जीवनभर के लिए संसदीय सदस्यता रद्द की और धमकी दी, तब भी मैं नहीं घबराऊंगा, माफी नहीं मांगूंगा, घुटने नहीं टेकूंगा, मैं प्रश्न पूछते रहूंगा। इस तरह का संकल्प राहुल गांधी ने लिया।
संसद की सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी ने कल कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार परिषद बुलाई। संसद में पूछे गए सवालों, मोदी-अडानी के संबंध और लोकसभा सचिवालय की तरफ से हुई अयोग्यता की कार्रवाई इन सभी बिंदुओं को जोड़कर राहुल गांधी ने पत्रकार परिषद में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर जमकर हमला बोला।
राहुल गांधी ने कहा कि हमारे खिलाफ किस तरह षड्यंत्र रचे जा रहे हैं? मोदी सरकार और भाजपा की ओर से अडानी मामले के मूल मुद्दे पर दूसरी तरफ ध्यान वैâसे भटकाने का प्रयास हो रहा है?
राहुल गांधी ने क्या कहा?
– अडानी मामले पर मैंने संसद में पहली बार सवाल पूछा, तभी से यह सब शुरू है। अडानी और प्रधानमंत्री मोदी का क्या संबंध है? मोदी अडानी को क्यों बचा रहे हैं? इतना ही मेरा सवाल था। अडानी और मोदी की दोस्ती वैâसी है? यह तस्वीर मेरे द्वारा दिखाए जाने के बाद भाजपा सांसदों ने हंगामा किया। मुझे बोलने नहीं दिया। लोकसभा में दिए गए भाषण को पटल से हटा दिया गया।
अडानी मामले पर हमारी पोल खुल जाएगी, इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा घबरा गई है इसीलिए ही मेरी सांसदी रद्द की।
मोदी और अडानी के संबंध मोदी गुजरात का मुख्यमंत्री होने से लेकर है। इनकी गहरी मित्रता है।
अडानी को रक्षा क्षेत्र के साथ-साथ देशभर में ठेके वैâसे मिलते हैं?
अडानी की सेल (फर्जी) कंपनियों में २० हजार करोड़ रुपए किसने निवेश किए? यह किसका पैसा है? यह पैसा कहां से आया?
अडानी के खिलाफ आरोप को भाजपा के लोग देश के खिलाफ आरोप मानते हैं। क्या अडानी देश है?
भले ही मेरी सांसदी को जीवन भर के लिए निरस्त कर दिया जाए, मैं सवाल पूछूंगा, मैं डरूंगा नहीं, मैं घुटने नहीं टेकूंगा। जेल भी जाऊं तो माफी नहीं मांगूंगा।
सच बोलना मेरे खून में है और मैं सच बोलना जारी रखूंगा। सत्य के मार्ग पर चलना ही मेरी तपस्या है।
देश में लोकतंत्र पर रोज हमला हो रहा है, लेकिन सरकार लोगों से चुपचाप बैठकर सब कुछ सहने की अपेक्षा रखती है…
मुझ पर झूठा आरोप लगाया गया कि मैंने विदेश से मदद मांगी। मोदी वैâबिनेट के मंत्री झूठ बोल रहे हैं।
क्यों हवा निकल गई क्या?
इस दौरान एक पत्रकार ने तीन बार ओबीसी से माफी और भाजपा के आंदोलन पर सवाल पूछा। राहुल गांधी ने कहा, ‘आपने एक ही सवाल तीन बार पूछा। यदि आप कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं, तो कम से कम प्रश्न को घुमाकार पूछें। क्या आप भाजपा के लिए काम करते हैं? आप चाहो तो भाजपा का लोगो सीने पर लगाकर घूमो। फिर मैं आपके प्रश्नों का उत्तर दूंगा। बहाना मत करो कि तुम एक पत्रकार हो।’ इस दौरान राहुल गांधी ने चुप हुए पत्रकार को भी चुनौती देते हुए कहा, ‘क्यों हवा निकल गई क्या?’
भाजपा की भटकाने की कोशिश
सभी चोरों का सरनेम मोदी वैâसे होता है? ऐसा बयान राहुल गांधी ने दिया था। भाजपा आरोप लगा रही है कि ओबीसी का अपमान किया गया। इस पर राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान मैं समाज के सभी सदस्यों को अपने साथ ले गया। हर तबके के लोगों ने शिरकत की। इस ओर इशारा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, मूल रूप से यह ओबीसी का मामला नहीं है। यह अडानी और मोदी के रिश्ते का विषय है। ओबीसी को आगे कर भाजपा मुख्य मुद्दे से गुमराह करने की कोशिश कर रही है।

विपक्षी दलों को धन्यवाद, सब मिलकर काम करेंगे
विपक्षी दलों ने मेरे रुख का समर्थन किया। उसके लिए आप सभी का धन्यवाद। राहुल गांधी ने विश्वास जताया कि भविष्य में विपक्ष साथ मिलकर काम करेगा। यह सच है कि मोदी सरकार ‘पैनिक मोड’ में चली गई है। सांसदों को खत्म कर मोदी सरकार ने सबसे बड़ा हथियार विपक्षी दलों के हाथ में दे दिया है, क्योंकि पीएम मोदी एक भ्रष्ट व्यक्ति (अडानी) को क्यों बचा रहे हैं? लोग यह सवाल पूछ रहे हैं।

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