सामना संवाददाता / मुंबई
कर्नाटक में सेक्स स्वैंâडल मामले के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना जर्मनी भाग गया। मोदी और शाह ने उसे विदेश भगाया है। मोदी का वह बहुत ही लाडला प्रत्याशी था। कर्नाटक में प्रचार के दौरान मोदी प्रज्वल का पीठ थपथपाकर सराहना कर रहे थे। उसने तथाकथि रूप से २,००० बलात्कार किए, इसलिए मोदी उसकी पीठ थपथपा रहे थे। २,००० बलात्कारों का रिकॉर्ड बनानेवाले की पीठ मोदी नहीं थपथपाएंगे तो कौन थपथपाएगा? इसीलिए ऐसे व्यक्तियों को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। यही भाजपा का असली चरित्र है। इस तरह का जोरदार कटाक्ष शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने किया।
उन्होंने आगे कहा कि झूठे मुकदमे दर्ज कर विपक्षी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जाता है। क्या रेवन्ना के इतिहास का मोदी को पता नहीं था? विपक्ष का इतिहास खोदकर निकाल रहे हैं, हमारे बैंक खातों, अपराधों की जांच कर रहे हैं। लेकिन २,००० बलात्कार करनेवाला व्यक्ति आपके साथ बैठता है, उसकी जानकारी आपको नहीं है? यही आपके भाजपा का चरित्र है, इस तरह का हमला उन्होंने किया।
अयोध्या दौरे पर जाएंगी राष्ट्रपति
चुनाव चल रहा है इसलिए राष्ट्रपति को अयोध्या भेजा जा रहा है। अयोध्या में प्रभु श्रीराम को विराजमान करते समय राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया था। उस वक्त महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को समारोह से दूर रखा गया था। उन्हें तब सम्मान देने की जरूरत थी, लेकिन अब जबकि चुनाव है इसलिए राष्ट्रपति को भाजपा ने चुनाव में माहौल बनाने के लिए वहां भेजा है। यह कोई बड़ी बात नहीं है। चुनाव खत्म होने तक देश में ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। राष्ट्रपति को कभी इस मंदिर तो कभी उस मंदिर भेजा जाएगा। प्रधानमंत्री भी जाते रहेंगे। भस्म, चंदन लगाया जाएगा। राऊत ने कहा कि उनकी तस्वीरें भी आएंगी।
दिल्ली के सामने कभी
नहीं झुकेगा महाराष्ट्र
आज दिल्ली में व्यापारियों की लॉबी बैठी हुई है। यह लॉबी आज भी महाराष्ट्र और मुंबई को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम आज भी महाराष्ट्र को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज से ही इतिहास रहा है कि महाराष्ट्र कभी भी दिल्ली के सामने नहीं झुका और न ही बेचा गया। हालांकि, इस समय महाराष्ट्र को झुकाने और बेचने की कोशिश कुछ लोग कर रहे हैं। जब तक शिवसेना है, शरद पवार, उद्धव ठाकरे जैसे नेता हैं, तब तक महाराष्ट्र दिल्ली के सामने न तो झुकेगा और न ही बेचा जाएगा। उन्होंने कहा कि औरंगजेब की तरह मोदी और शाह महाराष्ट्र पर सवारी कर रहे हैं। उनसे महाराष्ट्र की रक्षा करने की जिम्मेदारी एक बार फिर से हम सभी पर आ गई है। मीडिया से बात करते हुए राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र के निर्माण के बाद से ही मुंबई पर हमेशा धनिकों और व्यापारियों की नजर रही है, जो आज भी है। आज महाराष्ट्र दिवस है, जबकि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे कल आधी रात को हजारों शिवसैनिकों के साथ हुतात्मा चौक पर गए। उन्होंने हुतात्माओं और महाराष्ट्र के संघर्ष में शामिल सभी योद्धाओं का अभिवादन किया। इसके साथ ही महाराष्ट्र की अखंडता और गौरव को बनाए रखने के लिए यह लड़ाई फिर से शुरू हो गई है। महाराष्ट्र की जनता को कमजोर किया जा रहा है। लड़ाकू महाराष्ट्र को नामर्द करने की साजिश है। शिवसेना यहां जब तक दृढ़ता के साथ खड़ी है, तब तक यह उनके लिए संभव नहीं है। इसीलिए इन लोगों ने शिवसेना और राकांपा को तोड़कर कमजोर करने की कोशिश की। इस बार कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा (शरदचंद्र पवार) महाराष्ट्र के स्वाभिमान के लिए दृढ़ता के साथ खड़ी हैं और लड़ेगी। आज महाराष्ट्र दिन पर महाराष्ट्र की साढ़े ग्यारह करोड़ जनता इस परिस्थिति की गंभीरता से विचार कर रही है। प्रदेश में भ्रमण के दौरान हमें यह देखने को मिलता है। संजय राऊत ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह महाराष्ट्र को कमजोर करने और तोड़ने की कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन पहले वे छत्रपति संभाजीनगर में जाकर औरंगजेब की कब्र को देख लें।
इसे कहते हैं थैला पॉलिटिक्स
यह इतिहास है कि महाराष्ट्र ने कभी दिल्ली के सामने घुटने नहीं टेके। छत्रपति शिवाजी महाराज से लेकर चिंतामणराव देशमुख, बालासाहेब ठाकरे, यशवंतराव चव्हाण, शरद पवार और अब उद्धव ठाकरे तक महाराष्ट्र ने हार नहीं मानी। महाराष्ट्र अपने स्वाभिमान के लिए लड़ता रहा, लेकिन मौजूदा शासकों ने महाराष्ट्र की चाबी दिल्ली के चरणों में रख दी है। इसे थैला पॉलिटिक्स कहते हैं।