मुख्यपृष्ठनए समाचारमोदी जी, ऐसे कैसे पढ़ेंगी बेटियां? ...स्कूल बचाने छात्राएं जमीं पर!

मोदी जी, ऐसे कैसे पढ़ेंगी बेटियां? …स्कूल बचाने छात्राएं जमीं पर!

`बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के १० साल पूरे होने पर केंद्र सरकार भले ही गर्व कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही दास्तां बयान कर रही है। देश में आएदिन महिलाओं के खिलाफ होनेवाले अपराधों की तादाद बढ़ रही है। इसके अलावा हाल ही में छत्तीसगढ़ की बेटियां डेढ़ माह से नौकरी बचाने के लिए सड़क पर हैं, पुलिस ने उन्हें मारा-पीटा लेकिन सरकार मौन है। इसके अलावा राजस्थान सहित देशभर में स्कूल बंद किए जा रहे हैं। यही वजह है कि बालिकाएं सड़क पर विरोध करने उतरी हैं।
दरअसल, बीते बुधवार को राजस्थान सरकार का एक आदेश, जिन्होंने इन छात्राओं को क्लास रूम से निकालकर सड़कों पर इस तरह से अपनी मांगे मनवाने के लिए उतार दिया। जोधपुर में ४२ साल पहले शुरू हुए स्कूल को राजस्थान सरकार के मर्ज करने के आदेश के विरोध में छात्राएं सड़क पर उतर गर्इं। इसके चलते सड़क पर ढाई घंटे जाम लग गया। विरोध इतना बढ़ा कि छात्राएं समझाने आई पुलिस के ११२ वाहन पर बैठ गर्इं और नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शन में बाहरी युवकों के आने से व्यवस्था बिगड़ गई। मामला जोधपुर के प्रतापनगर थाना इलाके की राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का है। छात्राएं प्रताप नगर इलाके की कायलाना रोड पर प्रदर्शन के लिए उतरी थीं। हालांकि, बाद में समझाया गया और मांगें मानने के लिए दो दिन का आश्वासन लिखित में विधायक ने दिया। बता दें कि ७ जनवरी २०२५ और १६ जनवरी देर रात आए आदेशों में राजस्थान की कुल ४५० स्कूलों को मर्ज किया गया है।

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