– केवल १० प्रतिशत का इजाफा
– कागज के टिकटों की बिक्री में आई कमी
सामना संवाददाता / मुंबई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटलाइजेशन को अपेक्षाकृत प्रतिसाद नहीं मिल रहा है। यही कारण है कि डिजिटल टिकट को लेकर शोर-शराबा करने वाली मेट्रो को डिजिटल टिकट को अपेक्षाकृत सफलता नहीं मिल पा रही है। परिणाम स्वरूप बहुत कोशिश के बाद भी केवल दस प्रतिशत का इजाफा हुआ है। महामुंबई मेट्रो ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएमएमओसीएल) ने हाल ही में मेट्रो लाइन्स २ए और ७ पर टिकट बुकिंग के डिजिटल माध्यमों में केवल १० प्रतिशत का इजाफा हुआ है। अक्टूबर महीने में व्हाट्सऐप-आधारित टिकटिंग सेवा की शुरुआत के बाद, डिजिटल टिकटिंग में ४६ प्रतिशत से बढ़कर ५६ प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है, लेकिन इस वृद्धि को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। सोचने वाली बात है कि इतने प्रयास के बावजूद मोदी के डिजिटलाइजेशन का प्लान फ्लॉप होते नजर आ रहा है। जिसके असर मेट्रो के टिकटों से साफ नजर आ रहा है। एमएमएमओसीएल के पोस्ट के मुताबिक, कागज आधारित टिकटों का उपयोग अक्टूबर में १० प्रतिशत घटकर अब ४४ प्रतिशत रह गया है। कागजी टिकटों को प्राथमिकता दे रहे हैं।