सामना संवाददाता / मुंबई
पुलिस ने गद्दार विधायकों के पास जा रही दो गाड़ियों से कुल १५ करोड़ रुपए बरामद किए थे। लेकिन मंत्रालय की छठी मंजिल से फोन जाने से केवल पांच करोड़ रुपए की ही जब्ती दिखाई गई। शेष १० करोड़ रुपए झाड़ियों, पहाड़ों से उचित स्थान पर पहुंचा दिए गए हैं। इसके अलावा पुलिस और चुनाव आयोग का मुंह बंद किए जाने से वे भी इस ओर अनदेखी कर रहे हैं। इस तरह का सनसनीखेज खुलासा शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने किया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अब यह भी स्पष्ट हो रहा है कि महायुति की ओर से पैसे बांटे जा रहे हैं।
मीडिया से बातचीत में सांसद संजय राऊत ने कहा कि राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार और प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील से सोमवार को हमारी चर्चा हुई। इस बैठक के बाद शिवसेना और राकांपा के बीच सीट बंटवारे का पेच सुलझ चुका है। एकाध सीट को छोड़कर अब हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। वह भी जल्द सुलझने की उम्मीद है। दिल्ली से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोरात अब मुंबई पहुंच चुके हैं। वे शरद पवार से मुलाकात करेंगे। इसके बाद मातोश्री निवासस्थान पर शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। इस दौरान कांग्रेस नेता से चर्चा कर मतभेद दूर किए जाएंगे। संजय राऊत ने कहा कि महाविकास आघाड़ी में कोई भी मतभेद नहीं है। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है।
फिर से भेजे जा रहे ५० खोके
संजय राऊत ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए मुख्यमंत्री अपने विधायकों को फिर से ५० खोके भेज रहे हैं। मैंने पहले ही कहा था कि उसमें से १५ करोड़ का हफ्ता गद्दार विधायकों को भेजा जा रहा है। हालांकि, पुणे के खेड़- शिवापुर मार्ग पर दो गाड़ियों से करीब १५ करोड़ रुपए बरामद किए गए। गाड़ियों में विधायक के दो लोग थे। गाड़ियों को पकड़े जाने पर एक फोन आया और उन्हें छोड़ दिया गया। इस बीच बरामद राशि में से केवल पांच करोड़ रुपए ही दिखाए गए, जबकि १५ करोड़ रुपए आगे भेज दिए गए हैं। संजय राऊत ने कहा कि राज्य के करीब १५० विधायकों को अब तक १५ करोड़ रुपए पहुंचाए गए हैं। घाती, फडणवीस और अजीत पवार गुट की ओर से किस तरीके से अनुचित मार्ग से पैसे बांटे जा रहे हैं, यह इससे स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
भाजपा कर रही पाप
लोकसभा चुनाव में जिन विधानसभा क्षेत्रों में महाविकास आघाड़ी को ज्यादा वोट मिले हैं, वहां कई मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से बाहर किए जा रहे हैं। भाजपा चुनाव आयोग से हाथ मिलाकर यह पाप कर रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह से सूची से नाम गायब होना गंभीर है। नामांकन फॉर्म भरना शुरू हो गया है। इसलिए उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि सीट बंटवारे को लेकर जो अनबन है, वह जल्द सुलझ जाएगी।