सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में मलेरिया और डेंगू के मरीजों की संख्या में जहां मुंबई सबसे आगे है, वहीं केईएम-जेजे अस्पताल में मच्छरों ने आतंक मचा रखा है। आलम यह है कि लोगों का इलाज करनेवाले डॉक्टर, कर्मचारी यहां तक उनके परिवार भी मलेरिया और डेंगू के शिकार होकर बीमार पड़ रहे हैं। केईएम अस्पताल में वॉर्डों, जबकि सुपर स्पेशियलिटी जेजे अस्पताल में वॉर्डों के चल रहे नवीनीकरण कार्य के कारण जगह-जगह मलबा, पानी जमा होने से मच्छर पनप रहे हैं। अस्पताल की बोतलों, बर्तनों, मरीजों द्वारा फेंके गए प्लास्टिक के गिलासों और अस्पताल के मलबे में भी प्रजनन पाया गया। जांच के दौरान अस्पताल परिसर में २०० प्रजनन स्थलों की पहचान की गई। मरीजों को कई तरह के रोगों का इलाज करने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। लेकिन ३ से ४ दिनों के बाद वे डेंगू या मलेरिया पॉजिटिव पाए जाते हैं। ऐसे कुछ मामले सामने आने के बाद अधिकारियों ने मच्छरों के पनपने वाले स्थानों को खोजने और उन्हें नष्ट करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही इस संबंध में अन्य उपाय भी किए जा रहे हैं।