-कीमो और रेडियो थेरेपी से होता है साइड इफेक्ट
-टीवी एक्ट्रेस हिना खान भी हैं पीड़ित
सामना संवाददाता / मुंबई
कैंसर ट्रीटमेंट के सबसे प्रभावी उपायों में से एक कीमोथेरेपी में दवाएं वैंâसर कोशिकाओं को मारती हैं। इसके कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। म्यूकोसाइटिस इनमें से एक है। म्यूकोसाइटिस एक ऐसी समस्या है, जिसमें मुंह या पेट में दर्द और सूजन हो जाती है। यह स्थिति आमतौर पर कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी या रेडिएशन के साइड इफेक्ट के कारण होती है। इसके कारण कुछ भी खाना-पीना बहुत मुश्किल हो जाता है। हालांकि, थोड़ी-सी सावधानी बरती जाए तो वैंâसर का इलाज पूरा होने के कुछ हफ्ते बाद इस कंडीशन में सुधार होने लगता है। इसके लक्षण कभी हल्के तो कभी गंभीर हो सकते हैं।
एक्ट्रेस हिना खान भी हैं पीड़ित
एक्ट्रेस हिना खान का स्टेज तीन ब्रेस्ट कैंसर का इलाज चल रहा है। इस बीच उन्होंने सोशल मीडिया पर अपडेट दिया है कि वह एक और बीमारी म्यूकोसाइटिस का सामना कर रही हैं। म्यूकोसाइटिस कीमोथेरेपी का ही एक साइड इफेक्ट है। हिना खान ने लिखा है कि इसके कारण उनका खाना-पीना मुश्किल हो गया है।
किसे होती है म्यूकोसाइटिस की समस्या?
चिकित्सकों के मुताबिक, कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट लेनेवाले लगभग ५० फीसदी लोगों में म्यूकोसाइटिस डेवलप होता है। इसके अलावा रेडिएशन थेरेपी या बोन मैरो ट्रांसप्लांट वाले ८० से १०० फीसदी लोगों में म्यूकोसाइटिस डेवलप हो सकता है। अगर कोई तंबाकू का सेवन करता है या शराब पीता है तो उसे म्यूकोसाइटिस अधिक प्रभावित करता है।