• मार्च में हुए पुल पर गड्ढे तो अतिक्रमण से हाइवे पर घुटनों तक जलजमाव
• भ्रष्टाचार की खुल गई पोल, यात्रियों में आक्रोश
शिवसेना ने की कार्रवाई की मांग, एनएचएआई करेगी जांच
सामना संवाददाता / मुंबई
केंद्र सरकार व राज्य की शिंदे सरकार की परियोजनाओं में भ्रष्टाचार है। इसका जीता-जागता प्रमाण है मुंबई अमदाबाद हाइवे पर वसई के पास बना नया पुल और वहां अतिक्रमण है, जिसका खामियाजा यहां से गुजरने वाले वाहनधारकों को भुगतना पड़ रहा है। एक दिन पहले हुई जोरदार बारिश में वाहनधारकों को जहां वसई के नए पुल पर बड़े पैमाने पर गड्ढों का सामना करना पड़ा तो वहीं इस पुल से चिंचोटी तक सड़क पर घुटना भर पानी जमा होने से पूरा मार्ग चार घंटे तक जाम रहा। लोगों को आने-जाने में बड़ी दिक्कत हुई। जिसे लेकर लोगों में सरकार और एनएचएआई के अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश है। लोगों ने भारी नाराजगी जताते हुए कहा कि भ्रष्ट सरकार के भ्रष्ट अधिकारियों की करतूत की सजा आम जनता को क्यों मिल रही है।
बता दें कि वसई पुल से चिंचोटी तक दोनों तरफ अतिक्रमण शुरू है। यहां बड़े पैमाने पर मिट्टी पाटी जा रही है। सड़क के दोनों तरफ ऊंचे-ऊंचे टीले बना दिए गए हैं, जिसकी वजह से यहां हाइवे से पानी की निकासी नहीं हो पाई और यहां लगभग ४ किमी तक हाइवे नदी में तब्दील हो गया था। इसके कारण वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। लोग चार घंटे से अधिक समय तक फंसे रहे। इस बीच एनएचएआई के अधिकारी अन्य कोई भी मदद अथवा राहत कार्य के लिए नजर नहीं आया। उधर वसई पुल को २४७ करोड़ रुपए खर्च कर चंद महीने पहले बनाया गया है। इस पर पहले ही मानसून में काफी गड्ढे बन गए हैं। हालांकि, एनएचएआई लीपापोती करते हुए उन गड्ढों की मरम्मत में लग गई है, लेकिन वह भी ठीक-ठाक से नहीं हो रहा है। निकृष्ट दर्जे की इस सड़क को लेकर यात्रियों, कार्यकर्ताओं और राजनेताओं ने मांग की है कि २४७ करोड़ रुपए की परियोजना के लिए नियुक्त एनएचएआई अधिकारियों को भी दंडित किया जाए तो हाइवे के आस-पास अतिक्रमण को भी हटाया जाए।
गड्ढे होने की वजह की होगी जांच
एनएचएआई के अधिकारी सुहास चिटनिस ने बताया कि पुल पर बने गड्ढों को प्राथमिकता के आधार पर ठीक किया जा रहा है। हमने बुधवार से गड्ढों को ठीक करने की कोशिश शुरू की है। लेकिन लगातार बारिश और ट्रैफिक के कारण हम काम पूरा नहीं कर सके। नई बनी सड़क पर गड्ढों की वजह जानने के लिए एनएचएआई विश्लेषण भी करेगा। मुंबई-अमदाबाद राजमार्ग पर वसई क्रीक पर पुल का निर्माण करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी।
शिवसेना सांसद ने कहा— दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए
ठाणे से लोकसभा सांसद व शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पदाधिकारी राजन विचारे ने कहा कि केवल तीन से चार दिनों की बारिश के बाद नवनिर्मित सड़क पर गड्ढे पड़ने लगे हैं। उन्होंने कहा कि निर्माण के दौरान घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। निर्माण करने वाले ठेकेदार और एनएचएआई अधिकारियों को जवाबदेह बनाना और उनके खिलाफ कार्रवाई करना आवश्यक है।
मरम्मत काम भी ठीक से नहीं हो रहा है
यह पुल केवल चार दिनों की बारिश में खराब होने लगा है। इस गड्ढे की समस्या का यात्रियों को पूरे मानसून में सामना करना पड़ेगा। एक यात्री ने बताया कि अधिकारियों ने गड्ढों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह अस्थाई सुधार लंबे समय तक चलेगा। यह पूरा पैचवर्क बारिश में बह जाएगा। इस घटिया काम के लिए जिम्मेदार ठेकेदार और एनएचएआई अधिकारियों को दंडित किया जाना चाहिए। एक अन्य यात्री ने बताया कि ५० हजार से अधिक वाहन प्रतिदिन मुंबई-अमदाबाद राजमार्ग से गुजरते हैं। भविष्य में इस खराब तरीके से बना पुल टिकेगा कि नहीं, यह सड़क निर्माण में व्याप्त भ्रष्टाचार का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।