– १५ दिनों में बढ़े पांच गुना केस
– मौसमी बीमारियां भी हुईं दोगुनी
धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
मुंबई में बीते कई दिनों से जोरदार बारिश हो रही है। बारिश मौसमी बीमारियों की सौगात भी अपने साथ लाई है। हालांकि इसकी जानकारी होते हुए भी मनपा सो रही और केवल १५ दिनों में मौसमी बीमारियां दो गुना बढ़ गर्इं हैं। सबसे चिंताजनक स्थिति स्वाइन फ्लू महामारी को लेकर है, जिसने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। केवल १५ दिनों में ही स्वाइन फ्लू के मामले पांच गुना बढ़ गए हैं।
मुंबई में मौसमी बीमारियों का प्रकोप कायम है। पिछले १५ दिनों में शहर में मलेरिया, डेंगू, गॅस्ट्रो, लेप्टो, चिकनगुनिया जैसी बीमारियां दो गुना, जबकि स्वाइन फ्लू पांच गुना तेजी से बढ़ रही हैं। प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक एक से १५ जुलाई के बीच मलेरिया के २८२, डेंगू के १६५, गैस्ट्रो के ६९४, चिकनगुनिया के एक, लेप्टो के ५२ और स्वाइन फ्लू के ५३ मामले मिले हैं। आंकड़ों के अनुसार मुंबई में स्वाइन फ्लू, मलेरिया, डेंगू और गैस्ट्रो का खतरा बरकरार है। ८८० हुई रिपोर्टिंग यूनिट की संख्या मनपा स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पहले रिपोर्टिंग यूनिट की संख्या केवल २२ ही थी जो अब बढ़कर ८८० तक पहुंच गई है। इनमें मनपा के दवाखाना, हिंदूहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त निजी लैब और निजी अस्पतालों का समावेश है। इससे जांच का दायरा बढ़ गया है।
घर-घर सर्वे कर रहे कर्मी
मनपा स्वास्थ विभाग के मुताबिक स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर सर्वे कर रहे हैं। बताया गया है कि एक से १५ जुलाई के बीच में कुल ६,८९,४३३ घरों और ३,२१,०३९० नागरिकों का भी सर्वे किया गया है। साथ ही ८१,५५६ लोगों के खून के नमूने जांच के लिए गए। इसके अलावा १४,०६९ प्रोफिलैक्सिस वैâप्सूल और ६७,५८३ ओआरएस का वितरण किया गया है। पीने के पानी से जीवाणुओं को नष्ट करने के लिए क्लोरीन के ६९,५४१ टैबलेट बांटे गए हैं।
मच्छरों के प्रजनन स्थलों को किया गया नष्ट
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मुंबई में डेंगू और मलेरिया के प्रजनन स्थलों का पता लगाने के लिए कुल १९,७०१४० घरों और कंटेनरों आदि का सर्वे किया गया। इसमें २१,७७२ प्रजनन स्थलों का पता चला और उन्हें तत्काल नष्ट कर दिया गया। दूसरी तरफ शहर में ३,३८,४६१ इमारतों और झोपड़ों में ८,३८८ फॉगिंग मशीनों से फ्यूमिगेशन किया गया।
१ से ३० जून तक के आंकड़े
मलेरिया – ४४३
डेंगू – ९३
गैस्ट्रो – ७२२
ज्वॉइंडिस – ९९
चिकनगुनिया – ०
लेप्टो – २८
स्वाइन फ्लू – १०