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केंद्रीय स्तर पर`गोल्ड स्टैंडर्ड’ के लिए मनपा अस्पतालों का होगा ऑडिट

सफाई, रिक्तियां, गुणवत्ता सुधारने के लिए होगा काम
एनएबीएच के निर्देशानुसार होगी कार्रवाई
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मनपा द्वारा संचालित अस्पतालों की कमियों की खोज करते हुए केंद्रीय स्तर पर `गोल्ड स्टैंडर्ड’ का दर्जा दिलाने के लिए सभी सुविधाओं का ऑडिट किया जाएगा। ऑडिट के बाद सफाई से लेकर रिक्तियों समेत सभी सुविधाओं को अपडेट किया जाएगा। यह जानकारी मनपा के अपर आयुक्त डॉ. सुधाकर शिंदे ने दी।
मुंबई मनपा द्वारा संचालित अस्पतालों में नि:शुल्क और गुणवत्तापूर्ण इलाज मुहैया कराया जा रहा है। इन अस्पतालों में मुंबई ही नहीं बल्कि राज्य और देश के कोने-कोने से हर दिन सैकड़ों मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं, जिसके चलते मनपा के सभी अस्पतालों में भीड़ लगी रहती है। इसलिए अस्पतालों को अपडेट करने का निर्णय लिया गया है। इसी पृष्ठभूमि में अतिरिक्त आयुक्त डॉ. सुधाकर शिंदे पूरी स्थिति की समीक्षा करने के लिए सभी अस्पतालों का `सरप्राइज विजिट’ कर रहे हैं। डॉ. शिंदे ने बताया कि मनपा अस्पतालों की कमियों पर अगले एक से डेढ़ साल में व्यापक अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे होगा काम
नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स के निर्देशानुसार, सार्वजनिक सेवा के अस्पतालों का स्तर सुधारना अनिवार्य होता है। `एनएबीएच’ की इसी पृष्ठभूमि में मनपा अस्पताल में बुनियादी ढांचा, मानव बल, कार्य पद्धति और दस्तावेजीकरण स्तर पर `ऑडिट’ किया जाएगा। अपर आयुक्त डॉ. शिंदे ने बताया कि भविष्य में इन सेवाओं में कमियों को दूर कर अपडेट किया जाएगा।
रिक्त पदों को भरने के लिए डीन की कमेटी
मनपा के प्रमुख अस्पतालों समेत अन्य सभी अस्पतालों में विभिन्न स्तरों पर कुल २० से ३० फीसदी पद रिक्त हैं। यह देखा गया है कि इससे मनपा की स्वास्थ्य देखभाल सेवा पर बड़ा असर पड़ रहा है। इसलिए डीन की कमेटी नियुक्त कर दी गई है और डॉक्टरों सहित सभी रिक्त पदों को भरने के लिए जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
इस तरह है मनपा की स्वास्थ्य व्यवस्था
– चार चिकित्सा महाविद्यालय
– विशेष अस्पताल कस्तूरबा
– १६ उपनगरीय अस्पताल
– १९१ दवाखाना
– २१२ हेल्थ पोस्ट
– १६३ आपला दवाखाना

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