मुख्यपृष्ठनए समाचारमोदी के राज्य में मुन्नाभाई! ...रु. ७० हजार में मेडिकल की डिग्रियां...

मोदी के राज्य में मुन्नाभाई! …रु. ७० हजार में मेडिकल की डिग्रियां बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश से भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात करते हैं, उधर उनके राज्य में ही भ्रष्टाचार पांव फैलाए बैठा है। गुजरात में नागरिकों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले मुन्नाभाई तैयार हो रहे थे। जी हां, गुजरात पुलिस ने सूरत से डॉक्टर की फर्जी डिग्री देने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
बता दें कि ये गिरोह आठवीं पास लोगों को भी मेडिकल की डिग्री देते थे और हर एक से ७०,००० रुपए लेते थे। इतना ही नहीं रजिस्ट्रेशन रीन्यू करवाने के लिए ५ हजार रुपए फीस भी लेते थे। इस गिरोह के पास १,२०० फर्जी डिग्रियों का डेटाबेस था। गुजरात पुलिस ने गिरोह से डिग्री खरीदने वाले १४ फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी डॉ. रमेश गुजराती को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी बोर्ड ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथिक मेडिसिन (बीईएचएम) गुजरात द्वारा जारी की गई डिग्रियां बेच रहे थे। पुलिस को उनके पास से सैकड़ों एप्लीकेशन, सर्टिफिकेट और टिकट मिले। पुलिस ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि फर्जी डॉक्टर की डिग्री वाले तीन लोग एलोपैथी की प्रैक्टिस कर रहे हैं और रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने पुलिस के साथ मिलकर उनके क्लीनिक पर छापा मारा।
पूछताछ करने पर आरोपियों ने बीईएचएम द्वारा जारी की गई डिग्री दिखाई। इसके बारे में पुलिस ने कहा कि यह फर्जी है, क्योंकि गुजरात सरकार ऐसी कोई डिग्री जारी नहीं करती है। जांच में पता चला कि आरोपी इन फर्जी डिग्रियों को एक फर्जी वेबसाइट पर रजिस्टर कर रहा था। पुलिस के अनुसार, मुख्य संदिग्ध को पता चला कि भारत में इलेक्ट्रो-होम्योपैथी अनरेगुलेटेड है।

अन्य समाचार