पैगंबर से की थी इमरान की तुलना
एजेंसी / इस्लामाबाद
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवा प्रांत में एक खौफनाक वाक्या सामने आया है। कट्टरपंथियों की उग्र भीड़ ने एक मुस्लिम स्कॉलर की पीट-पीटकर हत्या कर दी। उसका नाम मौलाना निगार आलम बताया जा रहा है। उसका गुनाह यह था कि उसने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तुलना पैगंबर से कर दी थी।
बता दें कि एक भयानक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है जो इस हत्या का बताया जा रहा है। वीडियो में सैकड़ों लोगों की भीड़ एक व्यक्ति पर लाठियों और अन्य चीजों से हमला करते नजर आ रही है। भीड़ ने मृतक के शव को भी घसीटा। मृतक की उम्र ४० साल के आसपास बताई जा रही है।
पूर्व मुस्लिम नास्तिक और ‘द कर्स ऑफ गॉड, व्हाई आई लेफ्ट इस्लाम’ शीर्षक पुस्तक के लेखक हैरिस सुल्तान नामक एक ट्विटर यूजर ने इस घटना का वीडियो शेयर किया है। उन्होंने दावा किया कि मृतक एक मुस्लिम स्कॉलर था, जिसने कहा था कि वह ‘इमरान खान से पैगंबर जितना ही प्यार करता है’ क्योंकि ‘पीटीआई नेता एक ईमानदार व्यक्ति हैं।’ उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैं करीब ५ साल से कह रहा हूं कि इस तरह की लिंचिंग की घटनाएं बढ़ने वाली हैं।’ हैरिस सुल्तान ने लिखा, ‘शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, मौलाना निगार आलम ने कहा कि ‘मैं इमरान खान से उसी तरह प्यार करता हूं जैसे मैं पैगंबर से करता हूं’।
पाकिस्तान में भीड़ ही कर देती है ईशनिंदा पर फैसला
पाकिस्तान में ‘ईशनिंदा’ का कानून काफी खतरनाक है। एक साधारण सी टिप्पणी भी किसी की जान ले सकती है। आने वाले समय में, कोई भी मोहम्मद या किसी पैगंबर का जिक्र इस डर से नहीं करेगा कि उसे ‘ईशनिंदक’ समझा जा सकता है। अतीत में भीड़ कई लोगों की जान ले चुकी है। खबर के अनुसार, लोगों को पीछे धकेलने के लिए पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। हालांकि स्थिति को शांत करने के लिए कुछ बुजुर्गों के साथ बातचीत के दौरान भीड़ ने हमला कर दिया और उस व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला। पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून के तहत मौत की सजा भी सुनाई जा सकती है। इस्लाम के खिलाफ बोली गई कोई भी बात किसी को भी मुसीबत में डाल सकती है। ज्यादातर मामलों में पैâसला अदालत के बाहर कट्टरपंथियों की भीड़ ही कर देती है।