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बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे मुंब्रा के मुसलमान!

दारुल फलाह मस्जिद के सामने किया विरोध प्रदर्शन
सामना संवाददाता / ठाणे
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ मुस्लिम भाइयों ने कल मुंब्रा में दारुल फलाह मस्जिद के सामने विरोध प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों की मांग है कि बांग्लादेश में हिंदू भाइयों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश की युनूस सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।
बता दें कि शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों, विशेषकर हिंदुओं पर हमले बढ़ गए हैं। हाल ही में हिंदू साधु चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस घटना के बाद हिंसा भड़क उठी और कट्टरपंथियों ने हिंदुओं पर अत्याचार करना शुरू कर दिया। इससे अंतर्राष्ट्रीय आक्रोश पैâल रहा है। इस संदर्भ में मौलाना अब्दुल वहाब, मौलाना एहसान, मौलाना अय्याज, शाहरुख सैयद, कादिर मेमन, सहर युनूस शेख समेत मुंब्रा-कौसा के मुस्लिम लोगों ने इस हिंसा का विरोध किया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने `हिंदू भाइयों की रक्षा करें’ लिखी तख्तियां उठार्इं और बांग्लादेश सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए। मौलाना वहाब ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय और अल्पसंख्यक समुदाय पर अत्याचार किया जा रहा है, उनके मंदिर, घर, दुकानें जलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वहां हिंदू महिलाओं पर भी अमानवीय तरीके से अत्याचार किया जा रहा है। इस पर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को ध्यान देना चाहिए। मौलाना अयाज ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उठाएं और बांग्लादेश के हिंदू भाइयों की रक्षा करें। इस आंदोलन में बड़ी संख्या मुस्लिम समुदाय के युवाओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और युवतियों ने भाग लिया।

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