मुख्यपृष्ठग्लैमर‘लौट आया मेरा प्यार!’ - सुनील शेट्टी

‘लौट आया मेरा प्यार!’ – सुनील शेट्टी

बॉलीवुड में एक बेहतरीन इंसान के रूप में अपनी छवि विकसित करनेवाले सुनील शेट्टी का परिवार बेटी अथिया शेट्टी और क्रिकेटर के.एल. राहुल के विवाह के कारण चर्चा का विषय रहा। खैर, इन दिनों सुनील अपने वेब शो ‘हंटर टूटेगा नहीं तोड़ेगा’ के कारण सुर्खियों में हैं। पेश है, सुनील शेट्टी से पूजा सामंत की हुई बातचीत के प्रमुख अंश-

आप अपने करियर से कितना संतुष्ट हैं?
-मैं अपने व्यक्तिगत जीवन और करियर से बेहद संतुष्ट हूं और मुझे कोई शिकायत नहीं है। कई मल्टी स्टारर फिल्मों का मैं हिस्सा रहा और सोलो हीरो वाली फिल्म में हीरो भी रहा हूं। कभी एक्शन तो कभी कॉमेडी किरदार निभाए। बच्चे बड़े हो गए। बेटा आहान बॉलीवुड में प्रवेश कर चुका है और के.एल. राहुल के रूप में एक बहुत ही प्यारा दामाद हमारे जीवन में आया है। मेरे सफर ने मुझे सुकून ही दिया है।

आप इंडस्ट्री में क्या बदलाव महसूस करते हैं?
-फिल्म और फिल्म मेकिंग ढांचा अब बदल चुका है। मैंने पहलाज निहलानी और प्रियदर्शन के साथ सफल फिल्में कीं। प्रियदर्शन आज भी फिल्म बना रहे रहे हैं और पहलाज जैसे मेकर्स अब सक्रिय नहीं हैं। यह तो मानना पड़ेगा कि वक्त का पहिया बदलता हैै। पहले एक्टर्स दो से तीन शिफ्ट में काम करते थे, अब एक्टर अपनी एक फिल्म पूरी होने के बाद दूसरी शुरू करता है। आजकल फिल्मों में वीएफएक्स कॉमन हो चुका है। एक नहीं कई बदलाव मुझे नजर आते हैं।

अभिनय से आपने क्यों ब्रेक लिया?
-सच कहूं तो बॉक्स ऑफिस पर मेरी कुछ फिल्में चली नहीं। निर्माता-निर्देशकों सहित इसमें मेरा भी दोष था लेकिन इंडस्ट्री का ट्रेंड है। लोग एक्टरों को दोषी मानते हैं। फिल्मों की असफलता से मैं पिछड़ गया। अब ये तो कोई ज्योतिषी भी नहीं बता सकता कि दर्शकों को कौन-सी फिल्म पसंद आएगी और कौन-सी नहीं। खैर, दूसरे हीरो की तरह मेरी भी फिल्में फ्लॉप होती गईं और मुझे काम मिलना कम हो गया।

कुछ फिल्में तो आपने दोस्ती की खातिर बिना सोचे-समझे भी की होगी?
-बिलकुल की! मेरे करियर पर सवाल लग गया लेकिन मेरी गुडविल मेरे व्यवहार से बनती गई। मेरे दोनों बच्चे अथिया और आहान जब एक्टिंग में आए तो उन्होंने ये बात मुझसे शेयर करते हुए कहा, ‘पापा लोग आपकी बहुत रिस्पेक्ट करते हैं इसीलिए हमें प्यार और सम्मान देते है। अब लगता है, जो प्यार मैंने दूसरों को दिया, वही प्यार मुझे मेरे बच्चों को मिलनेवाले प्यार से दोबारा लौटकर आ रहा है।

आपको शो ‘हंटर टूटेगा नहीं तोड़ेगा’ कैसे मिला?
-‘सारेगामा’ ने जब मुझे इसका ऑफर दिया, तब मैंने आश्चर्य से पूछा, क्या वाकई वे मेरे साथ ये शो करना चाहते हैं? तब उन्होंने बताया कि शो का आइडिया एक्शन से जुड़ा है और एक्शन के लिए वे मुझे कास्ट करना चाहते हैं। ये सुनकर मेरा सीना चौड़ा हो गया। अब सवाल ये था कि मैं ६० की उम्र में क्या पहले की तरह एक्शन कर सकूंगा? खैर, ट्रेंड लोगों के साथ एक्शन की प्रैक्टिस शुरू कर बार-बार रिहर्सल करता रहा। इसके बाद कॉन्फिडेंस आया कि मैं अपने एक्शन खुद अंजाम दे सकता हूं।

क्या आपके करियर को ओटीटी प्लेटफॉर्म से फायदा होगा?
-एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए ओटीटी एक बड़ा वरदान साबित हुआ है। ऐसे कई कलाकार हैं, जिन्हें हिंदी फिल्मों ने वक्त से पहले रिटायर कर दिया और उनके पास कोई विकल्प नहीं था इसलिए वे घर बैठ गए। ये बात साबित हो चुकी है कि ओटीटी पर बहुत मौके हैं। शर्मिला टैगोर को एक शो में मध्यवर्ती किरदार में मैंने देखा, उनकी वापसी पर बहुत अच्छा लगा। दुनिया का दस्तूर है कि जो दिखता है, वही बिकता है। वेब शो में मिले मौके को लेकर मैं खुश हूं।

हर तरह के रोल करने के बावजूद आप पर एक्शन हीरो का स्टैंप लगने की क्या वजह रही?
-वो दौर ही कुछ ऐसा था। गोविंदा ने कई तरह के किरदार निभाए परंतु उन पर डांसिंग स्टार का टैग लगा। राजेश खन्ना ने कई पारिवारिक फिल्में कीं लेकिन राजेश खन्ना का मतलब रोमांस ये छवि बन गई। अब सिनेमा के नए दौर में ऐसा कम ही होता है। एक्शन हीरो, माचो हीरो की इमेज से मुझे आपत्ति नहीं, खुशी है।

अपने देश की वर्तमान अर्थव्यवस्था पर आप क्या सोचते हैं?
-देश की अर्थव्यवस्था अक्सर देश के राजनीतिक हालात पर निर्भर होती है। अगर जनता को यह विश्वास है कि राजनीति का माहौल ठीक है तो अर्थव्यवस्था चरमराती नहीं। शेयर मार्केट ऊपर-नीचे तब होता है, जब राजनीतिक हालात स्थिर नहीं होते।

अन्य समाचार