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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मूल्यांकन रिपोर्ट घोषित… मुंबई मनपा निकली फिसड्डी!

सामना संवाददाता / मुंबई

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शहरी क्षेत्र में महानगरपालिकाओं के माध्यम से प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की मूल्यांकन रिपोर्ट जून में घोषित की गई। आयुक्तालय की ओर से जारी इस रिपोर्ट में नागरिकों को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने में मुंबई मनपा की स्थिति में गिरावट आई है और मनपा अंतिम स्थान पर पहुंच गई है। यानी मनपा रिपोर्ट में फिसड्डी साबित हुई है।
मूल्यांकन रिपोर्ट में नई मुंबई को पहला स्थान मिला है, जबकि पिंपरी-चिंचवड़ मनपा को दूसरा स्थान मिला है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रम जैसे मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य, राष्ट्रीय बालस्वास्थ्य, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, डेंगू सहित महामारी नियंत्रण शामिल हैं। मनपा के माध्यम से जरूरतमंद लोगों के पास सेवाएं पहुंचती है। ये सेवाएं नागरिकों तक पहुंचती हैं या नहीं, इनमें से कौन सी सेवाएं मनपाओं के माध्यम से नागरिकों को अधिक प्रदान की गई हैं, मनपाएं कौन सी सेवाएं प्रदान करने में विफल रही हैं, इसका मूल्यांकन स्वास्थ्य देखभाल विभाग द्वारा हर महीने किया जाता है। अस्पताल, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, रोगी कल्याण समिति के कार्यों का भी मूल्यांकन करता है। इस मूल्यांकन के माध्यम से राज्य में २७ मनपाओं की रैंकिंग करके जिम्मेदारी निर्धारित की गई है। नागरिकों को अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा प्रदान करनेवाली मनपाओं को सरकार द्वारा सम्मानित किया जाता है।

स्वास्थ्य सेवा निदेशक का अंतिम आदेश
मुंबई मनपा का प्रदर्शन लगातार असंतोषजनक रहा है। इसलिए स्वास्थ्य सेवा निदेशक ने नाराजगी जताई है। राज्य की शीर्ष पांच मनपओं में नई मुंबई मनपा का गुणवत्ता का प्रतिशित ३८.५७ रहा है। जबकि पिंपरी चिंचवड ३८.२७,सांगली ३७.५४, पुणे ३४.७३,धुले ३४.६९ रहा है। इसके साथ ही चंद्रपुर २८.५०, नगर २५.६८, लातूर २३.७५, जलगांव २२.३६ और मुंबई का २१.९३ प्रतिशत है।

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