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एनडीए का पार्टियां छोड़ने लगीं साथ! मणिपुर से लेकर गुजरात और कश्मीर तक मोदी गठबंधन को लगा झटका

सामना संवाददाता / मुंबई
मणिपुर में हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है, वहां के हालात और गंभीर होते जा रहे हैं। इसका असर अब राज्य सरकार पर पड़ने लगा है। पार्टियां एनडीए का साथ चोड़ने लगी हैं। मणिपुर से लेकर गुजरात और कश्मीर तक मोदी गठबंधन को झटका लग रहा है। हाल ही में एनडीए सहयोगी कुकी पीपुल्स अलायंस ने समर्थन वापस लेकर मणिपुर में सरकार को झटका दे दिया। अब `आप’ व गुलाब नबी आजाद की पार्टी के कई दर्जन नेता भाजपा के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कांग्रेस में शामिल हो गए। उनका कहना था कि मणिपुर में हिंसक घटना पर भाजपा से खिलाफत करके कांग्रेस ही देश में अमन-चैन ला सकती है।
बता दें कि मणिपुर में जारी हिंसा और तीन महीने बाद भी हालात सामान्य न होने के बीच उक्त पार्टी ने एनडीए से अलग होने का यह पैâसला किया है। केपीए के जिन दो विधायक ने बीरेन सरकार से समर्थन वापस लिया है, उनमें, किम्नेओ हैंगशिंग (सैकुल) और चिनलुन्थांग (सिंगाट) शामिल हैं। इन विधायकों ने विधानसभा सत्र में शामिल होने की संभावना से भी इनकार किया है। विधानसभा सत्र आगामी २१ अगस्त को शुरू हो सकता है। इस सत्र में अधिकांश कुकी विधायकों के हिस्सा लेने की संभावना नहीं के बराबर है। इससे पहले कुकी पीपुल्स अलायंस के अध्यक्ष तोंगमांग हाओकिप ने कहा था कि राज्य में जारी हिंसा और प्रशासन को लेकर कुकी समुदाय की मांगों पर अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका है इसलिए कुकी-जोमी-हमार विधायकों का विधानसभा सत्र में शामिल लेना संभव नहीं होगा। गुजरात में गड़बड़झाला
गुजरात भाजपा में गड़बड़झाला चल रहा है। भाजपा के प्रदेश महासचिव पद से प्रदीप सिंह वाघेला ने इस्तीफा दे दिया है। पिछले चार महीने में यह दूसरे प्रदेश महासचिव का इस्तीफा है। इससे पहले भार्गव भट्ट की प्रदेश महासचिव पद से छुट्टी हो गई थी। इतना ही नहीं वडोदरा शहर के भाजपा महासचिव सुनील सोलंकी भी अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। बता दें कि गुजरात भाजपा में भार्गव और वाघेला ही नहीं, बल्कि अन्य ठिकानों से भी पदाधिकारी इस्तीफा दे रहे हैं। इस बारे में प्रदीप वाघेला ने कहा था कि वो इस अग्निपरीक्षा से पाक-साफ होकर निकलेंगे और वापसी करेंगे। जम्मू-कश्मीर में आधार स्तंभ हिला
जम्मू-कश्मीर के २० से अधिक नेता, जिनमें से कई गुलाम नबी आजाद की डीपीएपी से थे वे सोमवार को नई दिल्ली में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गए। उधर `आप’ पार्टी के मुख्य नेता यशपाल कुंडल कांग्रेस में शामिल हो गए। जम्मू-कश्मीर के उपरोक्त कद्दावर नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने से पूर्व मुख्यमंत्री व डीपीएपी के अध्यक्ष, गुलाम नबी आजाद, `आप’ व पूर्व मंत्री मुजफ्फर बेग की अपनी पार्टी को जोरदार झटका लगा हैं। एक प्रकार से जम्मू संभाग में इनका आधार स्तंभ पूरी तरह से हिल गया है।

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