• मची सनसनी
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
नीट परीक्षा एक बार फिर चर्चा में आ गई है। २०२३ के दौरान महाराष्ट्र, चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल से हैरान कर देनेवाला मामला सामने आया है। एनटीए ने ७ मई को २ मिलियन से अधिक उम्मीदवारों के लिए ४,००० से अधिक केंद्रों पर स्नातक राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा २०२३ आयोजित की थी। इस एग्जाम के दौरान कुछ सेंटर पर लड़कियों के ब्रा और पेंटी तक चेक की गई। महाराष्ट्र, चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल के कुछ परीक्षा केंद्रों में छात्राओं को ड्रेस बदलने के लिए कहा गया। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर कुछ छात्राओं ने यह आरोप भी लगाया कि परीक्षा केंद्र में उनकी ब्रा उतरवाई गई, जबकि कुछ के कपड़ों के अंदर हाथ डालकर ब्रा की स्ट्रिप चेक की गई। इसके अलावा कुछ छात्रों की इनरवियर को भी चेक किया गया। इस मामले को लेकर अभिभावकों ने एनटीए से शिकायत भी की है।
सोशल मीडिया पर कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्र में उनकी ब्रा उतरवाई गई, जबकि कुछ के कपड़ों के अंदर हाथ डालकर ब्रा की स्ट्रिप चेक की गई। इसको लेकर अभिभावकों ने एनटीए से शिकायत भी की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एक डॉक्टर दंपति की बेटी के साथ भी गलत व्यवहार हुआ। सांगली के कस्तूरबा वालचंद कॉलेज में बने केंद्र में उनकी बेटी के कुर्ते उतरवाकर उन्हें अंदर-बाहर पहनने के लिए कहा गया।
खुले में बदले कपड़े
वहीं कुछ छात्राएं परीक्षा केंद्र जींस पहनकर चली गई थीं, लेकिन उसकी इजाजत नहीं थी। ऐसे में उन्होंने अपनी मां की लेगिंग से उसे बदल लिया। इसके लिए उनको खुले में ही कपड़े चेंज करने पड़े। कुछ जगहों पर तो परिजनों ने घेरा बनाया, तब जाकर उनकी बेटियों ने कपड़े बदले। वहीं बंगाल के हिंदमोटर में स्थित एचएमसी एजुकेशन सेंटर पर केंद्र में छात्रों को पैंट बदलने या अंदर पहने गए कपड़े को खोलकर दिखाने को कहा गया। इसकी शिकायत उन्होंने एनटीए से की है। मामले में एचएमसी एजुकेशन सेंटर की प्रिंसिपल सोनीता रॉय ने कहा कि जो छात्र जेब वाली पैंट पहनकर आए थे, उन्हें कपड़े बदलने को कहा गया। कुछ ने फुल बांह की शर्ट पहनी, जबकि वो भी मना थी। उन्होंने छात्रों से कहा था कि अगर उनका घर पास हो तो वो कपड़े बदलकर आ जाएं।