मुख्यपृष्ठसमाचारकेंद्र सरकार की लापरवाही;  बंद हो सकते हैं ६२ परिवार परामर्श केंद्र!

केंद्र सरकार की लापरवाही;  बंद हो सकते हैं ६२ परिवार परामर्श केंद्र!

  • केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड का अस्तित्व खत्म करने का परिणाम

नागमणि पांडेय / मुंबई
केंद्र सरकार की लापरवाही के कारण केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड द्वारा राज्यभर में चलाए जा रहे ६२ परिवार परामर्श केंद्रों के किसी भी समय बंद होने की संभावना है। दरअसल, केंद्र सरकार ने केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड का अस्तित्व खत्म कर दिया है। यही वजह है कि उसके अधीन आने वाले परामर्श केंद्र भी संकट में हैं।
बता दें कि केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड के अंतर्गत महिला सशक्तीकरण के कार्यक्रम चलाए जाते हैं। इसके लिए परिवार परामर्श केंद्र के साथ ही नर्सरी होम, महिला छात्रावास, महिला आधार होम, स्वधारा होम चलाए जाते हैं। परामर्श केंद्रों में पारिवारिक विवाद समाधान के कार्य किए जाते हैं। पुलिस स्टेशन और कोर्ट में दाखिल होने से पहले कई परामर्श केंद्रों पर विवादों का निपटारा किया जाता है। राज्य के प्रत्येक जिले में दो केंद्र इस तरह राज्य में कुल ६२ केंद्र चलाए जा रहे हैं, जबकि देश में इनकी संख्या करीब १३ हजार है। इसके लिए हर राज्य में एक राज्य समाज कल्याण बोर्ड काम करता था।
पिछले कुछ सालो में हुआ स्थानांतरण
पिछले कुछ वर्षों में केंद्रीय बोर्ड की कई योजनाओं को महिला और बाल कल्याण विभाग के पास स्थानांतरित किया गया। इसलिए वर्तमान में केवल परिवार परामर्श केंद्रों की जिम्मेदारी बोर्ड के पास बची है। साथ ही केंद्रीय बोर्ड को बंद कर दिया गया है और राज्य बोर्ड को भी बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। बोर्ड के बंद होने के बाद अभी यह निर्णय नहीं हो सका है कि केंद्र किस विभाग को सौंपा जाएगा? केंद्र चला रहे संगठनों ने इस समस्या के तत्काल समाधान की मांग की है। १४ मार्च को एक ही दिन में प्रधानमंत्री को करीब १,५०० मेल भेजे गए थे।

आग से दो लोग झुुलसे
मुंबई। प्रभादेवी में एक चार मंजिला इमारत की पहली मंजिल पर एक घर में स्टोव फटने के कारण आग लगने से पूजा चौरसिया और दिलीप चौरसिया घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए पास के केईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। मिली जानकारी के अनुसार, प्रभादेवी सिद्धिप्रभा को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी की पहली मंजिल पर रहने वाले चौरसिया के घर में अचानक मिट्टी के तेल वाला स्टोव फट गया, जिससे घर में आग लग गई। इस आग की वजह से घर में रखे कपड़े, ज्वलनशील पदार्थ, बिजली के तार, उपकरण आदि जल गए। इस आग की चपेट में आने से पूजा चौरसिया और दिलीप चौरसिया झुलस गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत इलाज के लिए पास के केईएम अस्पताल में भर्ती कराया। नतीजतन, उनकी जान बच गई और अस्पताल प्रशासन ने उनकी हालत स्थिर बताई है। इसी दौरान आग लगने की घटना की जानकारी लगते ही स्थानीय लोग घर से बाहर निकल गए थे।

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