मुख्यपृष्ठनए समाचारभूमि विवाद में पड़ोसियों ने एडवोकेट को पीटा,  पिलाया जहर,  हुई मौत

भूमि विवाद में पड़ोसियों ने एडवोकेट को पीटा,  पिलाया जहर,  हुई मौत

 

मृत्यु पूर्व एडवोकेट के द्वारा प्रसारित वीडियो में एसएसआई सहित सात के खिलाफ हत्या का लगाया आरोप

जौनपुर। खुटहन गांव में भूमि विवाद को लेकर मनबढ़ पड़ोसियों  द्वारा हिस्सेदार एडवोकेट मनोज सिंह की सरेराह जमकर पीटाई किए जाने से घटना के तीसरे दिन उनकी वाराणसी में मौत हो गई। मृत्यु पूर्व युवा अधिवक्ता का जहर पिलाने के आरोप का वीडियो प्रसारित होते ही पुलिस प्रशासन के हाथ-पाव फूल गए। घटना के तीसरे दिन एडवोकेट का बीएचयू में उपचार के दौरान मौत हो गई। प्रसारित बीडीओ घटना वाले दिन का बताया जाता है। जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन चौकन्ना हो गया। गांव में तीन थानों की पुलिस तैनात कर दी गई। मौके पर एसपी सिटी अरविंद वर्मा, क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान, एसडीएम शाहगंज राजेश चौरसिया पहुंच स्थित का जायजा लिया।

प्रसारित वीडियो में एडवोकेट ने थाने के एक एसएसआई सहित सात लोगों को मौत का जिम्मेदार बताया है। पुलिस ने बीडीओ के आधार पर दो को हिरासत में ले लिया है। गांव निवासी व दिवानी न्यायालय में प्रैक्टिस कर रहे 44 वर्षीय एडवोकेट मनोज सिंह का पड़ोसियों से बाग की भूमि को लेकर विवाद चला आ रहा था। गत 23 दिसंबर को पुलिस बल की मौजूदगी में राजस्व टीम के द्वारा सीमांकन कराया गया। उक्त भूमि में आधा दर्जन से अधिक सेयरदार है। उसमें एक हिस्सेदार मृत एडवोकेट की गैर मौजूदगी में अन्य हिस्सेदारों ने एक समझौता कर पूर्व तरफ लगभग 12 फिट चौड़ा रास्ता निकालने का फैसला किया गया। जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे अधिवक्ता ने खुद की अनुपस्थिति में लिए गए फैसले का विरोध कर दिया। जिससे नाराज होकर पड़ोसी सांवले सिंह, ऋतिक सिंह, अजय, नीरज, पंकज, युवराज सिंह ने उन्हें गांव वालों के सामने ही लात घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। मनोज वहां से भागकर अपनी जान बचाई। दूसरे दिन 24 दिसंबर की सुबह वे घटना की तहरीर देने थाने पर जा रहे थे कि सब्जी मंडी के पास उक्त मनबढ़ों ने उन्हें रोक लात घूंसों से जमकर पीटाई कर दिया। मौके पर जुटे लोगों ने बीच बचाव कर उन्हें बचाया। घायल अवस्था में उन्होंने घर फोन कर आप बीती बताते हुए कहा कि वह उपचार हेतु जिला चिकित्सालय जा रहे हैं। पड़ोसियों ने पिटाई के बाद उन्हें जबरन जहरीला पदार्थ पिला दिया है। वह बाइक से जिला मुख्यालय जा रहे थे कि उन्हें उल्टी शुरू हो गई। गभिरन बाजार स्थित एक पेट्रोल पंप पर वह बेहोश होकर गिर गये। वहां पहुंचे स्वजन उन्हें उपचार हेतु जिला चिकित्सालय ले गए। हालत गंभीर देख उन्हें बीएचयू वाराणसी भेज दिया गया। जहां गुरुवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। मृत्यु पूर्व उनके द्वारा प्रसारित वीडियो में वह साफ साफ उक्त आरोपितों का नाम लेकर पिटाई के बाद जबरन जहर पिलाने का आरोप लगा रहे हैं। इसके अलावा थाने पर तैनात एक एसएसआई पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।

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