सामना संवाददाता / जम्मू
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक टीम ने कथित आतंकी संबंध मामले में शुक्रवार सुबह यहां बठिंडी इलाके में एक सरकारी डॉक्टर के आवास पर छापा मारा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एनआईए की टीम ने प्रतिबंधित सोशल मीडिया एप्लिकेशन के जरिए पाकिस्तान स्थित आतंकी नेटवर्क से जुड़े होने के संदेह में जम्मू के बठिंडी स्थित पीर बाग कॉलोनी में डोडा जिले में तैनात एक सरकारी डॉक्टर के घर पर छापेमारी के अतिरिक्त कश्मीर घाटी के आठ ठिकानों पर छापेमारी की है।
बताया जा रहा है कि एनआईए की टीमों ने शुक्रवार को जम्मू के अतिरिक्त कश्मीर के विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों और उनके सहयोगियों के कैडरों द्वारा आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की आपराधिक साजिश के मामले में केंद्र शासित प्रदेश के आठ स्थानों पर छापेमारी की।
मिली जानकारियों के अनुसार, आतंकी संगठनों ने जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों, सुरक्षा कर्मियों को निशाना बनाने और सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के लिए साइबर स्पेस का इस्तेमाल किया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ करीबी समन्वय में विशिष्ट इनपुट पर एनआईए की छापेमारी, जम्मू के बठिंडी के अतिरिक्त दक्षिण कश्मीर इलाकों में की गई है। जिन स्थानों पर छापे मारे गए, उनमें पिछले साल २१ जून को एनआईए द्वारा स्वत: संज्ञान से दर्ज किए गए मामले के संदिग्धों के परिसर भी शामिल हैं।
पिछले साल २३ दिसंबर को एनआईए ने केंद्र शासित प्रदेश के कुलगाम, पुलवामा, अनंतनाग, सोपोर और जम्मू जिलों में १४ स्थानों पर तलाशी भी ली थी।
एनआईए के मुताबिक, यह मामला अपने पाकिस्तानी कमांडरों के इशारे पर विभिन्न छद्म नामों के तहत काम कर रहे विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों और उनके सहयोगियों, संचालकों, ऑफ-शूट कैडरों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओडब्ल्यूजी) द्वारा रची गई आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की आपराधिक साजिश से संबंधित है।
एनआईए के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन और उनके सहयोगी जम्मू-कश्मीर में साइबर-स्पेस का उपयोग करके अल्पसंख्यकों और सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाकर आतंकवादी हमले करने और सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने में शामिल हैं।
तब की गई तलाशी के दौरान, एनआईए ने डिजिटल डिवाइस, सिम कार्ड और डिजिटल स्टोरेज डिवाइस जैसी विभिन्न आपत्तिजनक सामग्री जब्त की थी।