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नीतिश बाबू, गर्मी में स्कूल क्यों खुले हैं?… हीटवेव से ५० स्कूली छात्राएं हुईं बेहोश

सामना संवाददाता / मुंबई

हिंदुस्थान के कई राज्यों में भयंकर गर्मी और लू ने तांडव मचा रखा है। देश की राजधानी दिल्ली में अब तक के सारे रिकॉर्ड को तोड़ते हुए पारा ५२ के पार पहुंच गया है। आलम यह है कि शहरों से लेकर गांव तक के लोग इस भीषण गर्मी का कहर झेल रहे हैं। ऐसी स्थिति में कई राज्यों में स्कूलों को छुट्टी दे दी गई है। ऐसे में बिहार में स्कूल खुले रखे गए, जिस कारण गर्मी के प्रकोप से ५० स्कूली छात्राएं बेहोश हो गईं। बिहार में पारा ४५ डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया इस घटना के बाद बिहार की जनता मुख्यमंत्री नीतिश बाबू से सवाल कर रहे हैं कि उनके शासन में गर्मी में स्कूलों को क्यों खुले रखे?
उल्लेखनीय है कि देश की राजधानी दिल्ली के साथ ही गर्मी ने राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार को अपनी चपेट में ले रखा है। कई राज्यों ने गर्मी को देखते हुए प्रदेश के सभी स्कूलों को बंद कर रखा है। लेकिन इसमें से कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जहां अभी भी स्कूलों में पढ़ाई चल रही है। ऐसा ही एक स्कूल बिहार के बेगूसराय और शेखपुरा में खुला था, जहां भीषण गर्मी के कारण ५० से ज्यादा छात्राएं बेहोश हो गईं।
क्लास में गिर पड़ी छात्राएं
भीषण गर्मी के कारण बिहार के बेगूसराय और शेखपुरा में जिले की करीब ५० स्कूली छात्राएं बेहोश होकर क्लास रूम में गिर पड़ीं। गर्मी के प्रकोप से मटिहानी प्रखंड के मटिहानी के मध्य विद्यालय की १८ छात्राएं बेहोश हो गईं। इसके साथ ऐसी घटनाएं कई और स्कूलों में देखने को मिली। इन घटनाओं के बाद स्कूलों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। बेहोश छात्राओं को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। छात्राओं के बेहोश होने की सूचना मिलते ही परिजन अस्पताल में पहुंच गए। साथ ही अपनी बच्चियों की ऐसी स्थिति देखकर उन्होंने हंगामा कर दिया। इतना ही नहीं, स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही से नाराज लोगों ने सड़क को जाम तक कर दिया।
मुख्यमंत्री को अफसरशाही ने घेरा
इन मामलों को लेकर तेजस्वी यादव और चिराग पासवान ने सरकारी अधिकारियों पर अनदेखी का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में लोकतंत्र और सरकार बचा ही नहीं है। यहां केवल अफसरशाही ही रह गई है। स्कूल के समय को लेकर मुख्यमंत्री की बात भी नहीं सुनी जा रही है, जो दिखा रहा है कि मुख्यमंत्री को अफसरशाही ने घेर रखा है।

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