सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले दो दिनों से शिंदे गुट और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लोकप्रियता को लेकर शुरू जंग देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे देवेंद्र फडणवीस की अपेक्षा अधिक लोकप्रिय हैं, ऐसा विज्ञापन कथित रूप से शिंदे गुट की ओर से अखबारों में प्रकाशित किया गया था। इसके साथ ही ‘राष्ट्र में मोदी और महाराष्ट्र में शिंदे’ ऐसा शीर्षक भी विज्ञापन में प्रकाशित किया गया था। इस विज्ञापन के प्रकाशित होने के बाद शिंदे गुट और भाजपा के बीच अनबन शुरू हो गई है। इसके बाद से इन दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद अनिल बोंडे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निचले स्तर की टिप्पणी की है। मेंढक कितना भी फूल जाए हाथी नहीं बन जाता। ठाणे महाराष्ट्र नहीं है, ऐसे शब्दों में अनिल बोंडे ने एकनाथ शिंदे पर टिप्पणी की है।
बता दें कि सासंद अनिल बोंडे वाशिम में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। शिंदे गुट के पब्लिसिटी स्टंट पर प्रतिक्रिया देते हुए बोंडे ने कहा, ‘दरअसल, विदर्भ में हमारी एक कहावत है कि मेंढक कितना भी फूल जाए, हाथी नहीं बन सकता है। एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं। भारतीय जनता पार्टी सहित सभी लोगों ने उन्हें स्वीकार किया है, लेकिन मुझे लगता है कि उनके सलाहकार उन्हें गलत सलाह दे रहे हैं क्योंकि ठाणे पूर्ण महाराष्ट्र नहीं है। शिंदे गुट भाजपा और जनता का दिल दुखाकर आगे नहीं बढ़ सकता है। इसके साथ ही अपना ढोंल पीटने से कोई कल्याण नहीं होगा। दिलचस्प बात यह है कि मंगलवार को ‘राष्ट्र में मोदी और महाराष्ट्र में शिंदे’ विज्ञापन छपने के बाद, शिंदे गुट ने बुधवार (१४ जून) को एक नया विज्ञापन जारी करके क्षति पूर्ति करने की कोशिश की। नए विज्ञापन में शिंदे समूह ने देवेंद्र फडणवीस के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तस्वीरें लगाई हैं। साथ ही विज्ञापन का लहजा भी गठबंधन का समर्थन करता है।