श्रीलंका के स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन का मानना है कि उनके ८०० टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड तोड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। मुरलीधरन ने बताया कि वह टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को लेकर भी चिंतित हैं। टेस्ट क्रिकेट में मुरलीधरन के बाद दूसरे सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनर ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन (५३० विकेट) और भारत के रविचंद्रन अश्विन (५१६ विकेट) हैं। श्रीलंका के लिए १३३ टेस्ट मैच खेलनेवाले मुरलीधरन ने कहा, ‘मैं निश्चित रूप से टेस्ट क्रिकेट को लेकर चिंतित हूं। हर देश शायद केवल छह या सात टेस्ट मैच ही खेलेगा। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया एशेज खेल सकते हैं, लेकिन कुछ अन्य देशों में बहुत से लोग इसे नहीं देख रहे हैं। बहुत कम टेस्ट क्रिकेट खेल जा रहा है।’ उन्होंने अपने ८०० टेस्ट विकेटों के रिकॉर्ड पर कहा, ‘इसे तोड़ना बहुत मुश्किल है, क्योंकि अब सबका ध्यान शॉर्ट-फॉर्मेट क्रिकेट पर चला गया है। साथ ही, हमने २० साल तक खेला है। अब करियर छोटे हो गए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘समस्या निरंतरता की है। इससे फर्क नहीं पड़ता कि खिलाड़ी कितने अच्छे हैं, क्योंकि वे सभी प्रतिभाशाली हैं। एकमात्र बात यह है कि वे कैसे अनुभवी बन सकते हैं? आजकल, यह मुश्किल है। उनके दिमाग में बहुत सारे टूर्नामेंट और चीजें हैं।’