-९ फीसदी मौतों में कैंसर का है योगदान
सामना संवाददाता / मुंबई
गैर संचारी रोगों में तेजी से वृद्धि हो रही है। इससे महाराष्ट्र भी अछूता नहीं है। इसमें सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं। आलम यह है कि राज्य ब्रेस्ट कैंसर के मामले में पहले पायदान पर है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में प्रति एक लाख आबादी पर मुख कैंसर के २६.३ फीसदी, स्तन कैंसर के ७७.९ फीसदी और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के ५०.२ फीसदी मामले हर साल सामने आ रहे हैं इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि नागरिकों में कैंसर के प्रति जागरूकता पैदा करना आवश्यक है।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा समय में करीब ६३ फीसदी मौतें गैर संचारी रोगों के कारण हो रही हैं। इन मौतों में ९ फीसदी कैंसर का योगदान है। ग्लोबोकैन २०२० के सर्वेक्षण के अनुसार, कैंसर के १३ लाख २४ हजार मरीज पाए गए हैं। दूसरी तरफ महाराष्ट्र में मुख कैंसर, स्तन कैंसर और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर सबसे अधिक पाए जाने वाले कैंसर हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री प्रकाश आबिटकर की पहल और विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर ‘राज्यस्तरीय वैंâसर जांच व जनजागृति अभियान’ चलाया जाएगा। इसका उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री आबिटकर यशवंतराव चव्हाण सभागृह में करेंगे।
कैंसर डिटेक्शन वैन का होगा लोकार्पण
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, चार से आठ फरवरी तक राज्य में अब तक पता लगाए गए सभी वैंâसर रोगियों को आवश्यक उपचार मुफ्त में प्रदान करने के लिए स्थानीय और जिलास्तर पर कार्यक्रम चलाए जाएंगे। ९ फरवरी को ८ वैंâसर डिटेक्शन वैनों का लोकार्पण किया जाएगा। ये वैन ठाणे, पुणे, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर, लातूर, अकोला, कोल्हापुर, नासिक में चलेगी।
छह जिलों में डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर
इसी बीच ठाणे, सोलापुर, अहिल्यानगर, छत्रपति संभाजी नगर, नांदेड़ और वर्धा में ६ जिलों में डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर शुरू किए जाएंगे। इसके साथ ही अगले एक से दो महीनों में प्रत्येक जिले में डे केयर सेंटर खोलने की योजना बनाई गई है। इस अभियान के तहत स्वस्थ जीवन के लिए आयुष उपचार पद्धति को दैनिक जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि ९ से १६ फरवरी तक सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र और शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर वैंâसर जांच के साथ ही जनजागृति अभियान चलाया जाएगा।