मुख्यपृष्ठनए समाचारटीएमयू में खुलेगी नॉर्थ इंडिया की फर्स्ट टिंकरिंग लैब

टीएमयू में खुलेगी नॉर्थ इंडिया की फर्स्ट टिंकरिंग लैब

-आईआईटी, मद्रास के लीप फाउंडेशन निदेशक प्रो. टिमोथी गोंसाल्वेस का बड़ा ऐलान- तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की टिंकरिंग लैब में स्टूडेंट्स प्रोडक्ट डिजाइन, डेवलपमेंट और इंजीनियरिंग एप्लीकेशंस की बारीकियां सीखेंगे…संग-संग मेडिकल, मैनेजमेंट समेत दीगर नॉन इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिए भी होगी उपयोगी सिद्ध

सामना संवाददाता / मुरादाबाद

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद में जल्द ही नॉर्थ इंडिया की पहली टिंकरिंग लैब स्थापित होगी। यह लैब मेकर्स भवन फाउंडेशन की ओर से तैयार की जाएगी। इस लैब में स्टूडेंट्स प्रोडक्ट डिजाइन, डेवलपमेंट और इंजीनियरिंग एप्लीकेशंस की बारीकियां सीखेंगे। यह लैब मेडिकल, मैनेजमेंट समेत दीगर नॉन इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिए भी उपयोगी सिद्ध होगी। यह बड़ा एलान आईआईटी, मद्रास के लर्न इंजीनियरिंग बाय एक्टिविटी विद प्रोडक्ट- लीप फाउंडेशन के डायरेक्टर प्रो. टिमोथी गोंसाल्वेस ने किया। प्रो. टिमोथी तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में आईआईटी, मद्रास के कोलाबोरेशन में लीप फाउंडेशन की ओर से पांच दिनी लर्न इंजीनियरिंग बाय एक्टिविटी विद प्रोडक्ट-एलईएपी वर्कशॉप के शुभारंभ मौके बतौर एक्सपर्ट बोल रहे थे।
उन्होंने स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि इंजीनियर का कार्य उपयोगी उत्पाद, नई तकनीक और प्राणालियों का विकास करके जीवन स्तर में सुधार करना है। इससे पूर्व प्रो. टिमोथी के संग-संग लीप फाउंडेशन के को-फाउंडर प्रो. सतीश चंद्र जैन, टीएमयू के वीसी प्रो. वीके जैन, एफओई के डीन प्रो. आरके द्विवेदी, डॉ. अमित कंसल, दीप्ति गुप्ता, प्रवीण कुमार, हेमारानी आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके सीसीएसआईटी के एलटी-2 में एलईएपी वर्कशॉप का शुभारंभ किया।
लीप वर्कशॉप में वीसी प्रो. वीके जैन बोले कि इस वर्कशॉप से स्टूडेंट्स की स्किल बढ़ेगी, जिससे उनके प्लेसमेंट पर भी पॉजिटिव प्रभाव पड़ेगा। टिंकरिंग लैब में फर्स्ट ईयर से ही इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ग्रुप प्रोजेक्ट और मल्टीडिसेपलनरी एप्रोच के जरिए प्रैक्टिकल नॉलेज को बढ़ाने में सक्षम होंगे। प्रो. जैन ने उम्मीद जताई कि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स भी इस वर्कशॉप के जरिए हार्डवेयर इंप्लीमेंटेशन के बारे में भी सीखेंगे। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स के स्टार्टअप के लिए टीएमयू इंक्यूबेशन सेंटर की ओर से फाइनेंसियल सपोर्ट भी दी जाएगी। प्रो. जैन ने इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स से टिंकरिंग लैब के अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
लीप फाउंडेशन के को-फाउंडर प्रो. सतीश चंद्र जैन ने कहा कि स्टूडेंट्स को आइसोलेशन के बजाए कोलाबोरेशन में कार्य करना चाहिए, ताकि कार्य की गुणवत्ता को और बढ़ाया जा सके। लीप वह प्लेटफॉर्म हैं, जहां सभी इंजीनियरिंग ब्रांच के स्टूडेंट्स एक साथ मिलकर कार्य करेंगे। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के जरिए इंजीनियरिंग में कोलाबेरेशन के महत्व पर भी चर्चा की। एफओई के डीन प्रो. आरके द्विवेदी ने टिंकरिंग लैब को ज्वॉय ऑफ इंजीनियरिंग बताते हुए कहा कि इस लैब में स्टूडेंट्स अपनी इमेजिनेशन को रियलिटी में बदल सकेंगे। लीप टीम और टीएमयू की इस लैब में स्टूडेंट्स मल्टी डिसिपलनरी एप्रोच के बारे में सीखेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस पांच दिनी वर्कशॉप में 30 फैकल्टी मेंबर्स और सीसीएसआईटी और एफओई के 120 इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स प्रतिभाग करेंगे। अंत में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट्स प्रदान किए जाएंगे। वर्कशॉप में डॉ. शुभेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. अलका वर्मा, डॉ. हिमांश कुमार, डॉ. राघवेंद्र तिवारी, डॉ. विभोर भारद्वाज, डॉ. प्रदीप कुमार, उमेश कुमार सिंह, नवनीत विश्नोई, डॉ. प्रियांक सिंघल आदि मौजूद रहे। संचालन डॉ. संकल्प गोयल ने किया।

अन्य समाचार