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बजट में महाराष्ट्र का जिक्र तक नहीं! -आदित्य ठाकरे

बिहार या आंध्र के लोगों को नहीं
बजट से सिर्फ ठेकेदारों को फायदा
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में भाजपा की सरकार होते हुए भी केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के मुंह से निवाला छीना है। पूरे बजट में महाराष्ट्र का जिक्र भी न होने पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने घाती सरकार को जमकर फटकारा है। आदित्य ठाकरे ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि आज के भाजपा समर्थित केंद्र सरकार के बजट में महाराष्ट्र का मामूली जिक्र तक नहीं किया गया। महाराष्ट्र से इस तरह का व्यवहार क्यों किया जा रहा है? क्या केवल इसलिए क्योंकि महाराष्ट्र ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा लिखित संविधान का सम्मान करते हुए आपकी संविधान विरोधी सत्ता को चाप लगा दिया? या इसलिए कि महाराष्ट्र की जनता स्वाभिमानी है? या महाराष्ट्र पर उनका पुराना द्वेष है।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि जोड़-तोड़ की राजनीति करनेवाली घाती सरकार में केंद्र से निधि हासिल कर राज्य का भला करने का सामर्थ्य ही नहीं है। आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश की जनता को नहीं, बल्कि सिर्फ सरकार के पसंदीदा ठेकेदारों को फायदा हुआ है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि बिहार और आंध्र प्रदेश को उनका हिस्सा जरूर दो, लेकिन महाराष्ट्र सबसे बड़ा टैक्सपेयर होते हुए भी इस पर इतना गुस्सा किसलिए? महाराष्ट्र की सरकार ने अपने राज्य के लिए इस बजट में क्या पाया? न विशेष पैकेज, न निधि और न ही अपने अधिकार का हिस्सा! घाती शासन ने केवल दिल्ली के सामने लाचारी दिखाई, महाराष्ट्र के उद्योगों को दूसरे राज्यों में भेजा। इन्हें केवल बड़े भ्रष्टाचार करके राज्य की तिजोरी खाली करने और जोड़-तोड़ की राजनीति में मजा आता है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि जिन्हें यह लगता है कि बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश को जो कुछ कहा है, वह उन्हें मिलेगा ही, तो वे एक बार पीछे मुड़कर देख लें। इस तरह से कई वादे इससे पहले भी केंद्र सरकार ने किए हैं। आठ साल पहले बिहार के लिए १,२५,००० करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा हुई थी। साल २०२२ तक सभी को आवास देना था। शहर स्मार्ट होनेवाले थे। बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए जो घोषित हुआ है, वह मिलेगा तो मुझे आनंद ही होगा।

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