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कुख्यात गैंगस्टर अरविंद कश्यप गिरफ्तार, २०१३ में दिनदहाड़े की थी विधायक सीपू सिंह की हत्या

मंगलेश्वर त्रिपाठी / आजमगढ़
पूर्वांचल के कई जिलों का दुर्दांत अपराधी और विधायक सीपू सिंह को दिनदहाड़े मौत की नीद सुलाने वाले, एक लाख के इनामिया गैंगस्टर अरविंद कश्यप को उत्तर प्रदेश की एसटीएफ की वाराणसी इकाई ने डिल्लो नगर, लोहार, थाना डाबा, लुधियाना-पंजाब से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली कि अभियुक्त अरविंद कश्यप भेष बदल कर वहां रह रहा है। अभियुक्त की पहचान सुनिश्चित करने के बाद उसकी गिरफ्तारी की गई। ट्रांजिट रिमांड के माध्यम से उसे आजामगढ़ लाया जा रहा है। अग्रिम विधिक कार्यवाही करते हुए उसे जेल भेजा जाएगा। अरविंद कश्यप आजमगढ़ जिले के मेहनाजपुर थाना क्षेत्र के चकिया कसयवल गांव का रहने वाला है। वर्ष २०१३ जुलाई में माफिया ध्रुव सिंह कुंटू के इशारे पर आजमगढ़ के सगड़ी विधानसभा के तत्कालीन विधायक सर्वेश सिंह सीपू की उसके अपराधिक गिरोह के सदस्यों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त ध्रुव सिंह कुंटू बनाया गया था और ६ लोगों को सह अभियुक्त बनाया गया था। मामले में १६ मार्च २०२२ को ध्रुव सिंह कुंटू सहित ७ अभियुक्त को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जिसमें अभियुक्त अरविंद कश्यप फरार चल रहा था।
एसटीएएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विनोद सिंह ने `दोपहर का सामना’ को बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अरविंद कश्यप ने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में बताया है कि उसने इण्टर तक पढ़ाई की है। पढ़ाई के दौरान ही मनबढ़ किस्म के लड़कों से उसका सम्पर्क हो गया था। पढ़ाई के दौरान ही हुए विवाद में एक लड़के को चाकू मार दिया था, जिसके संबंध में अभियोग पंजीकृत हुआ और जेल चला गया। जेल से छूटने के बाद इसने अपना एक गैंग बनाकर ताबड़तोड़ कई घटनाओं को अंजाम दिया। २०१० में जनपद वाराणसी के थाना आदमपुर पुलिस द्वारा मुठभे़ड़ के दौरान अरविंद कश्यप को उसके गैंग के मृत्युंजय सिंह, राजेश तिवारी आदि के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वाराणसी जेल में पूर्वांचल का कुख्यात माफिया ध्रुव सिंह उर्फ कुण्टू सिंह भी बंद था। यह सभी जनपद आजमगढ़ में चल रहे अपने-अपने मुकदमे में पेशी के लिए एक ही वाहन से वाराणसी से आता-जाता था। अरविंद कश्यप के साथी मृत्युजंय सिंह की जान-पहचान पहले से ही ध्रुव सिंह उर्फ कुण्टू सिंह से थी। इस दौरान अरविंद कश्यप की भी ध्रुव सिंह उर्फ कुण्टू सिंह से घनिष्ठता हो गई। जेल से छूटने के बाद अरविंद कश्यप अपने घर पर रहने लगा। मृत्युजंय सिंह ने अरविंद कश्यप से मेहनाजपुर थाना क्षेत्र में उसके घर पर मिला और उसे बताया कि ध्रुव सिंह उर्फ कुण्टू सिंह जनपद आजमगढ़ के सगड़ी विधायक सर्वेश सिंह सीपू की हत्या कराना चाहता है। इस पर अरविंद कश्यप, मृत्युंजय सिंह और दिनेश सिंह उर्फ घोड़ा के साथ निकला और आजमगढ़ में अन्य साथियों से मुलाकात कर सर्वेश सिंह सीपू की रैकी करने के उपरान्त १९ जुलाई, २०१३ की सुबह में जीयनपुर बाजार में हत्या करने की योजना बनाई और पूर्व नियोजित योजना के तहत ध्रुव सिंह उर्फ कुण्टू सिंह के इशारे पर विधायक सर्वेश सिंह सीपू की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद अपने साथियों के साथ वह फरार हो गया। अरविंद कश्यप लुधियाना में नाम बदल कर किराए पर कमरा लेकर रह रहा था और बेडशीट के होलसेल का धंधा करता था।

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