बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवाने के बाद भारतीय क्रिकेट में उथल-पुथल मची हुई है। कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर हर किसी के निशाने पर हैं। इसको लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक मीटिंग की, जिसमें टीम के हालिया नतीजों की समीक्षा की गई। इस मीटिंग में कोच और कप्तान के भविष्य पर कोई पैâसला नहीं हुआ। हालांकि, ये तय कर लिया गया है कि सीनियर हों या जूनियर, हर खिलाड़ी को डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना ही होगा और साथ ही अपनी मनमर्जी से कोई किसी भी सीरीज से ब्रेक नहीं ले सकते हैं। इस मीटिंग में यह साफ कर दिया गया है कि किसी भी सीरीज से बाहर बैठने के लिए खिलाड़ियों को वैध मेडिकल कारण बताने होंगे। सूत्रों के मुताबिक, कोच गंभीर ने साफतौर पर कहा है कि कोई खिलाड़ी रेड बॉल क्रिकेट में खेलने लिए प्रतिबद्ध है तो उसे डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना होगा। इसको देखते हुए बोर्ड ने सभी स्टार खिलाड़ियों को निर्देश दे दिए हैं कि उन्हें घरेलू क्रिकेट के टूर्नामेंट्स के लिए उपलब्ध रहना होगा। अगर बीसीसीआई का ये आदेश सख्ती से लागू होता है और रोहित शर्मा-विराट कोहली जैसे दिग्गज टेस्ट क्रिकेट में आगे भी खेलना चाहते हैं तो उनकी मनमानी अब नहीं चलेगी। वैसे बड़ा सवाल यही है कि क्या बोर्ड उन पर ये लागू कर पाएगा?