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अब दानवे ने किया छत्रपति का अपमान… महाराज से की खुद की तुलना…

सामना संवाददाता / मुंबई

विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच महायुति में शामिल प्रमुख घटक दलों के नेताओं की जुबानें फिसल रही हैं। इसी बीच भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे की भी जुबान फिसल गई और उन्होंने विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने खुद की महराज से तुलना करते हुए घाती गुट के विधायक अब्दुल सत्तार को औरंगजेब कह डाला है। दूसरी तरफ दानवे खुद की महाराज से तुलना किए जाने से नाराज अजीत पवार गुट के विधायक अमोल मिटकरी ने खबर लेते हुए नसीहत दे डाली की वे सबसे पहले अपना चेहरा दपर्ण में देखें। दानवे द्वारा महाराज का अपमान करने को लेकर राजनैतिक हलकों में दानवे पर आलोचना के गोले दागे जा रहे है।
उल्लेखनीय है कि रावसाहेब दानवे ने शनिवार को मीडिया से बातचीत की। इस दौरान पत्रकारों ने सवाल पूछा कि क्या सिल्लोड, कन्नड और फुलंब्री विधानसभा क्षेत्र में महायुति धर्म का पालन किया जाएगा। इस सवाल का जबाव देते हुए दानवे ने कहा कि महायुति में सिल्लोड विधानसभा सीट जितना युति धर्म का पालन किया जाएगा, उतना ही मेरे साथ कन्नड, फुलंब्री और भोकर सीट में भी दिखेगा। यदि सिल्लोड में महायुति धर्म का पालन नहीं हुआ तो हम महायुति के खिलाफ पटाखे फोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अब्दुल सत्तार क्या बोल रहे हैं उसे छोड़ दीजिए। उन्होंने कहा कि औरंगजेब क्या बोलता है, वह मुझ महाराज से क्या पूछते हो। सत्तार सिल्लोड के लोगों पर छाप डालने की कोशिश करते हैं। लेकिन इस चुनाव में ये काम नहीं आएगा। अब्दुल सत्तार को अपनी भाषा सुधारनी चाहिए। धैर्य रखना चाहिए। दानवे ने कहा कि अगर आप लोगों का सम्मान नहीं करेंगे तो लोग आपको आपकी जगह दिखा देंगे। इसके द्वारा उन्होंने एक तरह से अपनी तुलना महाराज से की।
दानवे को दर्पण में देखना चाहिए अपना मुख
दूसरी ओर अजीत पवार गुट के नेता अमोल मिटकरी ने दानवे की छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ तुलना किए जाने की आलोचना करते हुए कहा कि हम उनसे अनुरोध करते हैं कि वे अपनी तुलना शिवाजी महाराज से करते समय अपना चेहरा आईने में देखें। मिटकरी ने कहा कि जब आप बोलते हैं तो आपको यह राजनीतिक समझ होनी चाहिए कि आप अपनी तुलना किससे कर रहे हैं। एक शिव प्रेमी के रूप में मैं सार्वजनिक रूप से रावसाहेब दानवे के बयान की निंदा करता हूं। उन्हें तुरंत महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए अन्यथा महाराष्ट्र की शिवप्रेमी जनता उनकी राजनीति को इतिहास बना देगी। मिटकरी ने कहा कि इस मामले में देवेंद्र फडणवीस को माफी मांगने का भी निर्देश देना चाहिए।

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