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अब कचरे पर भी मुंबई को लूटेगी सरकार …मनपा लादेगी ‘कचरा टैक्स’

लोकेशन के हिसाब से तय होगा कर
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य की महायुति सरकार अब मुंबईकरों कचरे पर लूटने की योजना तैयार कर ली है। मनपा ने अपने खाली खजाने को बढ़ाने के लिए तरह-तरह के विकल्प अपना रही मुंबई मनपा ने अब कचरा निर्मूलन कर लगाने का पैâसला किया है। इस संबंध में मनपा घनकचरा प्रबंधन नियम २०१६ अधिनियम में प्रावधान किए गए हैं। मुंबई मनपा आयुक्त भूषण गगराणी ने हाल ही में एक बैठक आयोजित करते हुए इस पर चर्चा की। बताया गया है कि मनपा ने मुंबईकरों पर कचरा टैक्स का बोझ लादने का मन बना लिया है। इसके तहत जगह के मुताबिक, १०० से १,००० रुपए तक शुल्क लगाया जाएगा। दूसरी तरफ यह आरोप लग रहे हैं कि मनपा अपनी आय को बढ़ाने के लिए आम मुंबईकरों की जेबों पर वैंâची चलाने के लिए इस पैंतरे को अपनाने जा रही है, जो पूरी तरह से अनुचित है।
उल्लेखनीय है कि मुंबई में घनकचरा प्रबंधन पर प्रति व्यक्ति खर्च ३,१४१ रुपए है, जो अन्य शहरों की तुलना में काफी अधिक है। मुंबई में प्रतिदिन ६,५०० मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न होता है, जिसे बड़े पैमाने पर कांजुरमार्ग और कुछ को देवनार में ले जाकर ठिकाने लगाया जाता है। बता दें कि वित्तीय वर्ष २०२४-२५ के लिए घनकचरा प्रबंधन विभाग ने ४,८७८ करोड़ रुपए का बजट अनुमानित किया है, जिसमें से १,५७५ करोड़ रुपए पूंजीगत व्यय और ३,३०२ करोड़ रुपए राजस्व व्यय के लिए हैं। फिलहाल, मौजूदा समय में मनपा का खजाना खाली होने लगा है। इसे भरने के लिए अब प्रशासन मुंबई की आम जनता पर कचरा टैक्स जैसे जजिया कर को लाद रही है। आम मुंबईकरों का कहना है कि राज्य और केंद्र सरकार की अनुचित नीतियों के कारण जनता पहले से ही महंगाई की मार झेल रही है। ऐसे में कचरा टैक्स का भुगतान करने पर उनका जीना दुश्वार हो जाएगा।
मुंबई में मनपा के घन-कचरा प्रबंधन विभाग को घरों और सड़कों से कचरा इकट्ठा करने, कचरे का निपटान करने सहित कई कार्य करने होते हैं। इन सेवाओं के लिए कोई राजस्व नहीं मिलने के कारण मनपा ने यह निर्णय लिया है।

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