गाने पर झूमते हुए गिरे, फिर नहीं उठे
सामना संवाददाता / भोपाल
मध्य प्रदेश के भोपाल में डांस करते हुए एक अधिकारी की मौत हो गई। इस घटना का वीडियो अब सामने आया है। वीडियो में डाक परिमंडल ऑफिस में असिस्टेंट डायरेक्टर सुरेंद्र कुमार दीक्षित ‘बस आज की रात है जिंदगी, कल हम कहां, तुम कहां…’ गाने पर डांस करते नजर आ रहे हैं, तभी वे गिर जाते हैं। साथी उन्हें उठाने की कोशिश करते हैं पर वे नहीं उठ पाते। जानकारी के अनुसार भोपाल में डाक विभाग ने ३४वां डाक नेशनल हॉकी टूर्नामेंट कराया था। रात में विभाग के ऑफिस कैंपस में ही सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। इसमें विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सेलिब्रेट कर रहे थे। दीक्षित भी साथियों के साथ डांस कर रहे थे। सुरेंद्र कुमार दीक्षित ने साथियों के साथ ‘अपनी तो जैसे-तैसे कट जाएगी, आपका क्या होगा जनाबे आली…’ गाने पर पहले जमकर डांस किया। इसके बाद ‘बस आज की रात है जिंदगी, कल हम कहां तुम कहां…’ पर डांस करने लगे। १ मिनट ८ सेकेंड तक खुशी से झूमते नजर आए। आखिरी में अचानक जमीन पर गिर गए। साथियों ने उन्हें संभाला लेकिन वे उठे नहीं। उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रिपोर्ट्स में बताया गया कि हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हुई है।
शादी में नाच रही महिला की मौत
इसी तरह मामला सिवनी जिले के बखारी गांव में हुआ जहां ३ महीने पहले यहां एक शादी वाले घर में हल्दी-संगीत का कार्यक्रम था। चार बुजुर्ग महिलाओं ने स्टेज पर डांस करना शुरू किया। गाने के खत्म होते ही अचानक ५५ साल की दासोदी साहू गिर पड़ीं। परिजन जिला अस्पताल सिवनी लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया।
बारात में नाच रहा था, गिरा तो फिर नहीं उठा
उज्जैन के इंगोरिया में १० महीने पहले एक युवक डीजे पर डांस करते-करते अचानक बेहोश हो गया था। फिर उसको होश ही नहीं आया। दोस्त उसे जिला अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक अपने दोस्त की बारात में आया था।
भाई के रिसेप्शन में नाचते हुए हार्ट फेल
एक साल पहले बैतूल में एक युवक की डांस करते-करते मौत हो गई थी। इसका भी वीडियो सामने आया था। युवक अपने चचेरे भाई के रिसेप्शन में डांस करते हुए नीचे गिर गया। दोस्तों को लगा कि वह मस्ती कर रहा है। काफी देर तक इसी हालत में रहा तो उठाकर देखा, तब तक वह दम तोड़ चुका था।
राह चलते आया हार्ट अटैक
ग्वालियर में एक महिला पुलिसकर्मी ने मानवता की मिसाल पेश की। राह चलते एक व्यक्ति को हार्ट अटैक आ गया। उस दौरान एक चौराहे पर अपनी ड्यूटी निभा रही लेडी सब इंस्पेक्टर सोनम पाराशर ने उसकी जान बचाई। उसने न केवल एक डॉक्टर की तरह मरीज को कार्डियो पल्मोनरी रेसुसिएशन दिया, बल्कि उसे इलाज के लिए अस्पताल भी पहुंचाया।