-ठाणे, पालघर, नासिक, रायगड जिलों में राजमार्गों पर गड्ढों की भरमार
-गड्ढों को पाटने के लिए रैपिड क्विक हार्डनर, एम सिक्सटी तकनीक का उपयोग करने का निर्देश
सामना संवाददाता / मुंबई
ठाणे-नासिक, मुंबई-अमदाबाद राजमार्ग पर पड़े गड्ढों को पाटने में ईडी सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। यह बात खुद सरकार ने भी स्वीकार की है। राजमार्गों पर पड़े गड्ढों को पाटने के लिए बार-बार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे संबंधित अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं। लेकिन अधिकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कल राजमार्गों पर पड़े गड्ढों को लेकर संबंधित अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग, एमएसआरडी, लोक निर्माण, यातायात पुलिस विभाग के अधिकारियों को रैपिड क्विक हार्डनर, एम सिक्सटी तकनीक का उपयोग करके नागरिकों को ट्रैफिक जाम से राहत देने का निर्देश दिया। उन्होंने नासिक-भिवंडी सड़क की तत्काल मरम्मत के लिए युद्धस्तर पर काम करने का निर्देश देते हुए कहा कि सड़क मरम्मत कार्य में समय की बर्बादी न करें। बता दें कि नासिक-भिवंडी रोड का बुरा हाल है, इससे आवागमन में परेशानी हो रही है। बरसात के मौसम में सड़क की हालत खराब हो गई है। इससे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाएं हो रही हैं। मुख्यमंत्री शिंदे ने इसे गंभीरता लेते हुए सड़क मरम्मत का काम तुरंत शुरू करने का निर्देश दिया।
ठाणे से नासिक, ठाणे से अमदाबाद हाईवे पर गड्ढों को और ट्रैफिक जाम से होने वाली समस्याओं से नागरिकों को तत्काल राहत दिलाने के लिए सिस्टम को दिन-रात एक कर गड्ढों को भरने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया। गड्ढे भरते समय रैपिड क्विक सेटिंग हार्डनर, एम सिक्सटी का प्रयोग करने का सुझाव दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि मरम्मत कार्य में बाधा डालने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाए।
एक ओर जहां सड़कों पर गड्ढे भरने की प्रक्रिया चल रही है, वहीं मुख्यमंत्री ने यातायात व्यवस्था के लिए ट्रैफिक वार्डन की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया है।