- ८ वर्ष पहले यमन ने छोड़ दिया था
- १० लाख बैरल क्रूड पानी पर फैल जाएगा
समुद्री पर्यावरण का एक बड़ा संकट इस समय मंडरा रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने समुद्र में एक बड़ी तबाही को लेकर आगाह किया है। यमन के एक सुपर टैंकर को आठ साल पहले लाल सागर में छोड़ दिया गया था। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने एक खौफनाक चेतावनी देते हुए कहा है कि १० लाख बैरल से अधिक तेल से भरा यह टैंकर ‘किसी भी समय डूबने या फटने वाला है’ जिससे मानवीय और भारी पर्यावरणीय तबाही हो सकती है। इस एफएसओ सेफर टैंक को २०१५ में व्यावहारिक रूप से छोड़ दिया गया था क्योंकि देश में गृहयुद्ध शुरू हो गया था। इतने साल बाद अब यह जहाज टूट रहा है।
यह एक पुराना जहाज है, १९७६ का एक सुपर टैंकर। यह न सिर्फ पुराना है बल्कि छोड़ा हुआ भी है और किसी भी समय फट सकता है और डूब सकता है। जहाज के पूर्व कप्तान सहित इससे परिचित लोगों के अनुसार यह तय है। १० लाख बैरल तेल आखिरकार लाल सागर में गिर जाएगा। इसलिए यह जरूरी है कि हम जितनी जल्दी हो सके कदम उठाएं। सवाल ‘अगर’ का नहीं है, सवाल ‘कब’ का है। साइंस पत्रिका नेचर सस्टेनेबिलिटी की हालिया मॉडलिंग से संकेत मिलता है कि जिबूती, इरिट्रिया और सऊदी अरब तक जाने के लिए तेल को दो से तीन हफ्ते का समय लगेगा। इससे खाद्य सहायता अचानक बंद हो जाएगी, जिस पर यमन के महत्वपूर्ण बंदरगाह बंद होने के कारण करीब ६० लाख लोग निर्भर हैं। यह ईंधन आयात को भी प्रभावित करेगा। टैंकर के फटने का पर्यावरण पर बेहद गंभीर असर होगा। नेचर सस्टेनेबिलिटी के अनुसार, एक अनियंत्रित तेल रिसाव तीन हफ्ते में यमन के लाल सागर के लगभग सभी फिशिंग स्टॉक को मार सकता है, तटीय शहरों में रहने वाले लाखों लोगों को परेशान कर सकता है, जो अपने भोजन और निर्वाह के साधनों के लिए समुद्र पर निर्भर हैं। १० लाख बैरल से भरा यह टैंकर अगर समुद्र में टूटता है तो यह अपने आप में एक भयानक त्रासदी होगी।