उमेश गुप्ता/वाराणसी
धर्म की नगरी काशी के मकरसंक्रांति का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।मंगलवार की सुबह से ही गंगा घाटों पर स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंची। स्नान, दान के बाद सभी श्रद्धालु मंदिरों में दर्शन- पूजन के लिए पहुंचे।
मकर संक्रांति आज पुष्य नक्षत्र में मनाई गई। काशी के सभी प्रमुख घाटों पर भोर से ही स्नान, दान का सिलसिला जारी रहा। स्नान के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6:46 से शुरू हुआ तो शाम तक चला। स्नान के बाद भक्त काशी विश्वनाथ धाम समेत विभिन्न मंदिरों में पहुंचकर दर्शन पूजन किए। काशी में मकर संक्रांति पर भक्तों के आने का सिलसिला सोमवार से ही शुरू हो गया था।मकर संक्रांति पर दशाश्वमेध घाट, अस्सीघाट, केदारघाट, पंचगंगा घाट, गायघाट, राजघाट और भैंसासुर घाट पर काफी भीड़ रही। स्नान करने के लिए पूर्वांचल भर से श्रद्धालु पहुंचे हैं। स्नान भोर से ही शुरू हो गया था।
बता दे कि सात साल बाद मकर संक्रांति इस बार 14 जनवरी को पड़ रही है।ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सूर्य भगवान का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी को दिन में 3:27 बजे हुआ। मगर, पवित्र स्नान सूर्योदय से ही शुरू हुआ।
इस बार मेष, मिथुन, कुंभ, मकर, वृषभ, मीन सहित सात लग्न और दो मुख्य योग विष्कुंभ और स्थिर योग है। इसके अलावा गुरु और मंगल के बीच अर्द्ध केंद्र व भौम पुष्य योग भी बन रहा है। पुष्य नक्षत्र और पुनर्वसु का संगम भी बना है।