हाल ही में हुए एक अध्ययन में एक चिंताजनक खुलासा हुआ है, जिसके मुताबिक दुनियाभर में करीब एक-तिहाई बच्चे और किशोर निकट दृष्टिदोष से पीड़ित हैं। चीन की सुन यात-सेन यूनिवर्सिटी की स्टडी के मुताबिक, २०५० तक ऐसे बच्चों और किशोरों की संख्या बढ़कर ७४ करोड़ हो सकती है। निकट दृष्टिदोष या मायोपिया दृष्टि की एक सामान्य स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को दूर की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देखने में परेशानी होती है। यह आमतौर पर बचपन में विकसित होता है और उम्र के साथ बिगड़ता जाता है। चीन में सन यात-सेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने जून २०२३ तक प्रकाशित २७६ अध्ययनों का अध्ययन किया। ५-१९ वर्ष की आयु के ५४ लाख से अधिक प्रतिभागियों और एशिया और अप्रâीका सहित ५० देशों के निकट दृष्टिदोष के १९ लाख मामलों का विश्लेषण किया गया। अध्ययन के अनुसार, २०५० तक ऐसे मामलों की संख्या ७४ करोड़ तक पहुंच जाएगी।